महामहिम राज्यपाल को बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन करने से वंचित क्यों रखा गया ?

एस के राजीव ।

राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र चौहान,प्रधान महासचिव नरेश महतो,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार उर्फ कुंदन सिंह एव मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने संयुक्त वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि जब वर्ष 2016 में बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने किया तो लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई किंतु आज 140 करोड़ देशवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाले देश के यशस्वी व जनप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जब नए संसद भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं तो देश की मुद्दा विहीन विपक्षी पार्टियां इससे लोकतंत्र की हत्या करार दे रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है व निन्दनीय है। बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन का उद्घाटन करते समय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को बिहार के महामहिम राज्यपाल महोदय की याद क्यो नहीं आई। महामहिम राज्यपाल महोदय को उद्घाटन करने से वंचित क्यों रखा गया ? इस विषय पर जदयू नेताओं को व खासकर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को बिहार के जनता के समक्ष वस्तुस्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ।
मोर्चा नेताओं ने आगे कहा की श्री नीतीश कुमार के दोहरे राजनीतिक चरित्र और ओछी मानसिकता को बिहार समेत देश की जनता जान चुकी है। बिहार की जनता मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के झांसे में अब फसने वाली नहीं है। आज देश में नए संसद भवन का उद्घाटन देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों होना है तो ऐसे मे विकास विरोधी एवं मुद्दा विहीन विपक्षी दलों की टीम ने देश की जनता को गुमराह करने के प्रयास से अनर्गल प्रलाप कर रही है जो कि निंदनीय है।

नीलमणि पटेल
प्रवक्ता