यूनाइटेड किंगडम में  आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सीयूएसबी के दो शोधार्थी  प्रस्तुत करेंगे शोधपत्र  

धीरज ।
गया। ‘अकादमिक उत्कृष्टता’ के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ते हुए दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई है। सीयूएसबी के मनोवैज्ञानिक विज्ञान विभाग के दो शोधार्थियों के शोध पत्रों को 03 से 06 जुलाई, 2023 को ब्राइटन, यूनाइटेड किंगडम में आयोजित होने वाले एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुति के लिए चुना गया ने बताया कि शोधार्थी छात्रों क्रमशः  उन्नीकन्नन पी संतोष कुमार और निशि श्रीवास्तव के शोध पत्रों को 18 वीं यूरोपीय कांग्रेस ऑफ साइकोलॉजी के द्वारा आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित सम्मेलन के लिए चयन किया गया है | इस अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन दि ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसाइटी द्वारा यूरोपियन फेडरेशन ऑफ साइकोलॉजिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में किया जा रहा है | उन्निकन्नन पी संतोष कुमार के पेपर का शीर्षक  “डेफिएंट रोल ऑफ अनएथिकल प्रो-ऑर्गेनाइजेशनल बिहैवियर इन अटैनिंग ऑर्गेनाइजेशनल सस्टेनेबिलिटी अमोंग इंडियन मिल्लेंनियल्स: ए मेटा रेफ्लेक्सिविटी पर्सपेक्टिव” है   । जबकि निशि श्रीवास्तव का पेपर “ऑन स्क्रीन डिसएबिलिटी डिलाइनेशन एंड सोशल रिप्रेजेंटेशन: एन इवैल्यूएशन”  है।उन्निकन्नन पी. संतोष कुमार और निशि श्रीवास्तव डॉ. चेतना जायसवाल सहायक प्रोफेसर, मनोवैज्ञानिक अध्ययन की देखरेख में पीएचडी कर रहे हैं। गौरतलब है कि डॉ. चेतना जायसवाल जो  स्वयं उसी कांग्रेस में समीक्षा सदस्य भी हैं। उनको भी कार्यक्रम में एक वैज्ञानिक सत्र की अध्यक्षता के लिए नामित किया गया है।
सीयूएसबी के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह और कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह ने संतोष और निशी को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित करने के लिए प्रशंसा की है | वहीं मनोवैज्ञानिक अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो धर्मेंद्र कुमार सिंह ने भी डॉ जायसवाल और शोधार्थियों को विभाग के अन्य संकाय सदस्यों डॉ मंगलेश कुमार मंगलम एवं डॉ दास अंबिका भारती के साथ बधाई और  शुभकामनाएं दी हैं।