नक्सलियों के विरुद्ध सर्वश्रेष्ठ ऑपरेशन चलाने को लेकर सीआरपीएफ 159 बटालियन को मिला ट्रॉफी, जवानों में खुशी का माहौल,छत्तीसगढ़ में आयोजित समारोह में गृह मंत्री अमित शाह की ओर दी गई है ट्रॉफी।

मनोज कुमार,गया

गया। गया जिले के नक्सल क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ 159 बटाालियन को सर्वश्रेष्ठ आपरेशन की ट्राफी मिलने पर सीआरपीएफ कैंप में पुरजोर तरीके से जश्न मनाया गया। इस मौके पर सीआरपीएफ की भांगड़ा टीम ने भांगड़ा का प्रदर्शन किया और ट्रॉफी के मिलने की खुशी में जम के ढोल नगाड़े बजाए । यही नहीं सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक सहित तमाम अधिकारियों ने डांस कर अपनी खुशी का इजहार किया।
गौरतलब है कि यह ट्रॉफी बीते दिनों छत्तीसगढ़ में आयोजित समारोह में गृह मंत्री अमित शाह की ओर दी गई है। यह उपलब्धि 159 बटालियन को वर्ष 2022 में किए गए बेहतर और कामयाब आपरेशन के लिए मिला है। इस ट्राफी के मिलने से 159 बटालियन में खुशी की लहर है। ट्रॉफी को पहले एक खुले गाड़ी पर रखा गया उसके आगे पीछे सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया और बीच में ढोल नगाड़े और भांगड़ा टीम के सदस्य डांस करते हुए कैंप में घुसे इस दौरान 159 बटालियन के जयकारे से सीआरपीएफ के कैंपस गूंज उठा तो फिर कब मिलने की खुशी में कमांडेंट कुमार मयंक ने भी अपने साथियों के साथ खूब मस्ती की

गौरतलब है कि जिले में बढ़ते उग्रवादी घटनाओं और क्षेत्र में कानून व्यवस्था प्रभावी करने के लिए 2008 में सीआरपीएफ की तैनाती की गई थी। तैनाती के बाद से लगातार सीआरपीएफ ने एक बढ़ कर एक आपरेशन किए जिसमें नक्सलियों को मुंह को खानी पड़ी। हालांकि कई अापरेशन में सीअारपीएपु 159 बटालियन के कई जवान भी शहीद हुए हैं। कई जवान नक्सलियों से हुई आमने-सामने की मुठभेंड़ में शहीद हुए तो कई नक्सलियों द्वारा लगाए गए आइइडी ब्लास्ट के शिकार हुए। इन सभी उतार चढ़ाव के बीच सीआरपीएफ ने बेहतरकार्य करते हुए जिले से नक्सलियों का सफाया किया या फिर उन्हें जिला छोड़ने के मजबूर कर दिया। यही वजह है कि जिले के नक्सल क्षेत्र में फिलहाल शांति और कानून-व्यवस्था प्रभावी है।