द डिवाइन पब्लिक स्कूल के एक्सीडेंट इलेवन में शामिल हुए हजारों छात्र-छात्राएं

चंद्रमोहन चौधरी ।

द डिवाइन पब्लिक स्कूल, धावां में लगातार पांचवे वर्ष एक्सीलेंट इलेवन परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें दो हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विदित हो कि एक्सीलेंट इलेवन द डिवाइन पब्लिक स्कूल की एक ऐसी कल्याणकारी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण परिवेश की मेधावी प्रतिभाओं का उन्नयन है। जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। यह एक प्रतियोगिता परीक्षा है, जिसमें वर्ग पांचवी में पढ़नेवाले छात्र भाग लेते हैं। इस परीक्षा में हिंदी, इंग्लिश, साइंस, रिजनिंग जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। कुल 200 अंकों की परीक्षा में वस्तुनिष्ठ तथा वर्णनात्मक दोनों प्रकार के प्रश्न होते हैं। कुल सम्मिलित परीक्षार्थियों में से ग्यारह सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। उन चयनित विद्यार्थियों का नामांकन कक्षा 6 में होता है तथा कक्षा दशवीं तक उनको निःशुल्क शिक्षा दी जाती है। इस परीक्षा के द्वारा अब तक दो दर्जन से अधिक छात्र/छात्राएं विद्यालय में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सत्र 2016-17 में इसकी पहली परीक्षा आयोजित की गई थी। पहले वर्ष से ही क्षेत्र में इसकी चर्चा हर जुबान पर आ गई थी। आज स्थिति यह है कि इस परीक्षा में भोजपुर, रोहतास के अलावा कैमूर, बक्सर, औरंगाबाद, सीतामढी जिले से भी परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। प्रदेश की बात तो दूर अब यह योजना बिहार प्रदेश की सीमा पार दूसरे प्रदेशों में भी अपनी धमक का अहसास करा रही है। इस बार पिछले सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए लगभग ढाई हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। बिहार प्रदेश के अलावा सिंगरौली मध्यप्रदेश राज्य से तब्बसुम अजीज पिता शमशाद आलम इस बार परीक्षा में सम्मिलित हुई। बिहार के विभिन्न जिलों से परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरा। जिला रोहतास के डोमाडिहरी से मुन्नी कुमारी पिता छोटक सिंह, ग्राम खरवनिया जिला बक्सर से अमन कुमार पिता रमेश कुमार, जमुआ टोला बक्सर से लालू कुमार पिता संतोष सिंह और प्रियंका कुमारी पिता सुनील कुमार, ग्राम बिहनी जिला दरभंगा से अनिकेत कुमार पासवान पिता शंकर पासवान, ग्राम राजोई जिला औरंगाबाद से साक्षी कुमारी पिता त्रिभुवन मालाकार, भोजपुर के अमई से काजल कुमारी पिता चितरंजन सिंह सीतामढ़ी के बालासाथ गांव से राहुल कु पासवान पिता लालबाबू कुमार कैमूर के बबुरा से संदीप कुमार पिता संतोष चौधरी इत्यादि बच्चों ने इस बार परीक्षा दी।कुल 2345 बच्चों ने परीक्षा फॉर्म भरा था। जिसमें से 2129 ने परीक्षा दी। इस अवसर पर विद्यालय के सह निदेशक ने समस्त परीक्षार्थियों की सफलता की कामना की। उन्होंने बताया कि विद्यालय की यह योजना हर साल नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यह अभिभावकों का हमारे ऊपर विश्वास का प्रतीक है। अतः सभी शिक्षकों को प्रयास करना है कि यह विश्वास टूटने न पाए। हम विद्यार्थियों के उत्थान के लिए अपना सर्वोत्तम देने को हमेशा तैयार रहें। एक्सीलेंट इलेवन मात्र परीक्षा नहीं है। यह एक पुनीत कार्य है जिसके द्वारा हम समाज के निचले पायदान पर खड़ी प्रतिभा को भी ऊपर उठाने का कार्य कर रहे हैं।इस अवसर पर अभिभावकों में भी काफी उत्साह देखने को मिला।अभिभावकों ने बताया कि अखिलेश कुमार ने इस परीक्षा के द्वारा समाज में क्रांति ला दी है। गरीब से गरीब माता-पिता को भी एक संबल मिला है कि अगर उनके बालक में अद्वितीय प्रतिभा है तो अर्थाभाव उसकी पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगा क्योंकि द डीपीएस है न।