डबल इंजन सरकार से जनता चाहती है मुक्ति, बिहार में बदलाव समय की मांग

चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज। भाकपा-माले की राज्य कमिटी की बिक्रमगंज स्थित प्रमिला मंडप मैरिज हॉल में सम्पन्न दो दिवसीय बैठक के उपरांत प्रेस को संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि बिहार की तथाकथित डबल इंजन की सरकार डबल बुलडोजर सरकार साबित हुई है। जनता उकताई हुई है और इससे मुक्ति चाहती है। हम इस सरकार के खिलाफ राजनीतिक और स्तर पर व्यापक अभियान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर महागठबंधन की समन्वय समिति का गठन हो चुका है और आने वाले दिनों में जिला व प्रखंड स्तर पर भी ऐसी ही कमिटी का गठन हो जाएगा। बैठक में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति, संगठनात्मक मजबूती, जन आंदोलन की दिशा और भाजपा-जदयू सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता पर चर्चा हो रही है।
उन्होंने कहा कि बैठक में राज्य की राजनीतिक परिस्थिति पर गहन विचार विमर्श हुआ और कई कार्यक्रम घोषित लिए गए हैं। 3 मई को वक्फ संशोधन कानून वापसी की मांग पर इंसाफ मंच और पार्टी की ओर से राज्यव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा। नीतीश कुमार का महिला संवाद धोखा है। हम महिलाओं की असली समस्याओं को लेकर महिला अदालत लगाएंगे। 24 मई को प्रधानमंत्री के आगमन पर स्कीम वर्कर्स के लिए न्यूनतम मानदेय की मांग उठाई जाएगी। 023 अप्रैल से 10 मई तक चलेगा ’साझी शहादत – साझी विरासत’ की सुरक्षा का संकल्प अभियान भी चलेगा। संवाददाता सम्मेलन में का. मीना तिवारी, का. शशि यादव, स्थानीय सांसद राजाराम सिंह, आरा के सांसद सुदामा प्रसाद, काराकाट के विधायक अरुण सिंह, आफताब आलम प्रमुख रूप से शामिल थे।