भारत छोड़ो आंदोलन और दांडी यात्रा: स्वतंत्रता संग्राम के अमर प्रतीक

विशाल वैभव ।
जब हम भारत छोड़ो आंदोलन के तहत दांडी यात्रा की ऐतिहासिक घटना को याद कर भाजपा किसान मोर्चा सह प्रभारी डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने इस पावन अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इसे स्वतंत्रता संग्राम का अमूल्य अध्याय बताया। डॉ मनीष पंकजमिश्रा के द्वारास्मरण करते हुए कहा।महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में 12 मार्च 1930 को शुरू हुई यह दांडी यात्रा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सत्याग्रह का प्रतीक बनी। नमक पर अंग्रेजों के एकाधिकार को तोड़ने के लिए गांधी जी ने साबरमती आश्रम से 78 सत्याग्रहियों के साथ 240 मील लंबी यात्रा की और 6 अप्रैल को दांडी पहुंचकर समुद्र तट पर नमक बनाकर कानून तोड़ा। यह केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह आत्मनिर्भरता और अन्याय के विरुद्ध जन-जागरण का संदेश था, जिसने देशवासियों में स्वतंत्रता की भावना को प्रबल किया।
इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन और दांडी यात्रा हमें सत्य, अहिंसा और संकल्प की शक्ति का एहसास कराते हैं। उन्होंने इस ऐतिहासिक दिन पर उन सभी महान सेनानियों को नमन किया, जिन्होंने अपने बलिदान से हमें स्वतंत्र भारत का उपहार दिया।आज, जब हम आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, तो यह आवश्यक है कि हम गांधी जी के विचारों को आत्मसात करें और सत्य, अहिंसा, व स्वदेशी की भावना को अपनाकर देश के विकास में योगदान दें। यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। महान स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने वालों में भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता भाजपा नेता राणा रणजीत सिंह जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर महेश यादव मंटू कुमार बबलू गुप्ता आदि लोग।