द डिवाइन पब्लिक स्कूल में हुई साइंस ओलंपियड की परीक्षा

चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज। द डिवाइन पब्लिक स्कूल में रविवार को साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन के द्वारा दूसरे लेवल की परीक्षा का केन्द्र बनाया गया। इस प्रकार यह न सिर्फ द डिवाइन पब्लिक स्कूल के लिए बल्कि इस पूरे रोहतास जिले के लिए गौरवपूर्ण पल रहा। विदित हो कि साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन पूरे विश्व में साइंस, मैथ्स, और इंग्लिश, विषयों से दो चरणों में परीक्षा आयोजित करता है। पहले चरण की परीक्षा विद्यार्थी अपने विद्यालय में ही देता है। इसको क्वालीफाई करने के बाद दूसरे चरण की परीक्षा होती है। प्रत्येक वर्ष दूसरे लेवल की परीक्षा देने के लिए विद्यार्थियों को गया जाना पड़ता था। लेकिन इस बार ओलंपियाड फाउंडेशन ने द डिवाइन पब्लिक स्कूल को ही परीक्षा केंद्र बनाकर अभिभावकों की चिंता दूर कर दी है।
द डिवाइन के अलावा माउंट लिट्रा जी बक्सर, कैंब्रिज सीनियर सेकंडरी स्कूल बक्सर, बाल वाटिका विद्या मंदिर डेहरी, धेनुका पब्लिक स्कूल डेहरी, मानव भारती कैमूर, नारायण वर्ल्ड स्कूल जमुहार, विन्यदा पब्लिक स्कूल बिक्रमगंज इत्यादि स्कूलों से भी परीक्षार्थी शामिल हुए। आज की परीक्षा में इंटरनेशनल इंग्लिश ओलंपियाड (IEO) में कुल 78, साइंस (NSO) में 111 तथा मैथेमैटिक्स (IMO) में कुल 238 विद्यार्थियों ने भाग लिया। द डिवाइन के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों के चतुर्दिक विकास के लिए ओलंपियाड की परीक्षा संजीवनी है। इसका गहराई से अध्ययन कर लेने के बाद ऐसी कोई प्रतियोगिता परीक्षा नहीं जिसको विद्यार्थी उत्तीर्ण न कर सकें। हमारे कई पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं जो आज विभिन्न्न सरकारी एवं मल्टीनेशनल कंपनियों में शीर्ष पदों पर सुशोभित हैं वे सभी अपनी सफलता का सारा श्रेय विद्यालय अवधि में कराए गए ओलंपियाड की परीक्षाओं को देते हैं।विद्यार्थियों के सफल व्यक्तित्व निर्माण के लिए उत्तम सोच, उचित प्रबंधन एवं प्रोत्साहन का ही परिणाम है कि आज इतनी बड़ी संख्या में हमारे विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं और हमारे विद्यालय को केंद्र बनाकर परीक्षा आयोजित करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। परीक्षा पूरी शांति एवं कदाचार मुक्त सम्पन्न हुई।