तिलंगी उड़ाने और खिचड़ी खाने में मगन रहे किलकारी के बच्चे

धीरज गुप्ता ।

गया।मकर संक्रांति पर्व के उपलक्ष में बिहार बाल भवन किलकारी गया में तिलंगी उत्सव का आयोजन किया गया है ।इस आयोजन में किलकारी के बच्चों ने सुबह से ही किलकारी के प्रांगण में रंग बिरंगी के पतंग उड़ा रहे थे । बच्चों में एक अलग ही उत्साह दिख रहा था ।इसी क्रम में बच्चों ने स्वामी विवेकानंद की भी जयंती मनाई गई है।स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र के बारे में बताते हुए शिक्षा विध अरविंद कुमार ने कहा कि विवेकानंद का जीवन बहुत कम उम्र का रहा लेकिन उन्होंने अपने कार्य पद्धति से एक मिशाल कायम किया जो आज के युवाओं के लिए प्रेरण स्रोत है ।

किलकारी के संगीत विद्या के बच्चों ने इस अवसर पर गायन की प्रस्तुति दी खुशी कुमारी ने सूरदास का भजन और एक पारंपरिक दादरी की प्रस्तुति की इसके बाद नृत्य विधा के बच्चों ने बिहार का प्रसिद्ध लोक नृत्य कर्म नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति दी जिसे देखकर अभिभावक एवं प्रशिक्षक बड़े आनंदित हुए हैं ।प्रशिक्षक एवं किलकारी के बच्चों ने मिलकर मकर संक्रांति के पूर्व सभी के लिए खिचड़ी बनाया है।ईट के चूल्हे पर लकड़ी से खिचड़ी बनी और लगभग 350 बच्चों ने खिचड़ी का आनंद उठाया है।इस अवसर पर कुछ अभिभावक ने दही चूड़ा और तिलकुट का भी आनंद लिया है ।विलुप्त हो रहे खेलों को पूर्ण जीवित करने के लिहाज से प्रशिक्षकों ने बच्चों को इक्कठा- दुक्का बुढ़िया कबड्डी और गाना गोटी अलग-अलग तरह के खेलों को खेलाया है।बहुत सारे बच्चे झूले का भी आनंद लेते हुए दिखे हैं ।सामूहिक में बच्चे बैठकर अंताक्षरी तो खेल ही रहे थे ।इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मोहम्मद तय्यब के साथ कई समाजसेवी एवं गणमान्य अतिथि मौजूद रहे हैं।