कांग्रेसी नेताओं ने नगर विकास एवं आवास मंत्री को गया नगर निगम के हालात पर पत्र लिखकर कराया ध्यान आकृष्ट

विश्वनाथ आनंद
गया (बिहार)-कॉंग्रेस पार्टी के नेताओ कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन को पत्र लिख कर अति प्राचीन, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त,विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया शहर की सुंदरता, सफाई, जन सुविधाएं, जन सुरक्षा सहित चहुंमुखी विकास करने वाला गया नगर निगम के ब्रांड एंबेसडर राजेंद्र टावर , राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल की दुर्दशा, शहर के बीचोंबीच स्थित आजाद पार्क के मुख्य द्वार पर मूत्रालय, शहर के जवाहर टाउन हॉल, इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम निगम स्टोर में तब्दील, एक मात्र गांधी मैदान स्थित हरिहर सुब्रह्मण्यम स्टेडियम बेहाल, दीघि तालाब गंदगी का अम्बार, गया श्मशान घाट पर दोनों इलेक्ट्रिक शव दाह गृह हमेशा खराब रहने , सभी बायो टॉयलेट नर्क में तब्दील आदि को लगातार उजागर करने के बाद भी गया नगर निगम सरकार एवं निगम प्रशासन के कानों पर जू तक नहीं रेंग रहा है।

बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, पार्षद प्रतिनिधि शशि किशोर शिशु, बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद समद, उज्जवल कुमार, टिंकू गिरी, आदि ने कहा कि गया नगर निगम सभी संसाधनों से परिपूर्ण तथा अकुक जमीन होने के बाद भी निगम सरकार एवं निगम प्रशासन की प्रबल इच्छा शक्ति एवं ईमानदारी पूर्वक कार्य करने के क्षमता नहीं होने के कारण निगम के ब्रांड एंबेसडर से लेकर महापुरुषों की प्रतिमा स्थल, पार्क, कला और संस्कृति केंद्र, तालाब, स्टेडियम, श्मशान घाट, जन सुविधाएं तक का रख, रखाव ढंग से नहीं हो पा रहा है।
नेताओ ने कहा कि शहर के लहरिया टोला मोड़ पर स्थित गया नगर निगम के खाली जमीन पर गया जिला के तीन शहीद जो कारगिल युद्ध में मारे गए थे, उनके याद में करगिल चौक बनाने हेतु मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कॉंग्रेस पार्टी के पत्र लिखने पर मुख्यमंत्री कार्यालय इसे सेंट्रल कैबिनेट सेक्रेट्रिएट को अग्रसारित कर दिया है, जिसका निर्माण नितांत आवश्यक है।
नेताओ ने कहा कि केदारनाथ मार्केट, स्टेशन रोड स्थित निगम स्टोर, सहित शहर के सभी खाली जमीनों में बहुमंजिला व्यवसायिक केंद्र बनाने से गया नगर निगम अपने आप में बिहार का अनूठा, एक मात्र ऐसा निगम होगा, जिसे जो सरकार के अनुदान के बिना अपने आमदनी के बदौलत निगम एवं शहर का विकास कर सकेगा।