प्रसव के समय न हो रक्त की कमी,इसके लिए घर घर जाकर कराई जा रही गर्भवती महिलाओं की जांच : बमेंद्र

-पथ प्रदर्शक ने घर पर जाकर कराई गर्भवती महिलाओं की जांच.
-जनकोप एवं सोहर बिगहा में पथ प्रदर्शक ने कराया गर्भवती महिलाओं की जांच.
विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद( बिहार )-रक्तदान के क्षेत्र में सेवा दे रही औरंगाबाद की चर्चित स्वयं सेवी संस्था पथ प्रदर्शक द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में आदर्श बनाने के लिए बारुण प्रखंड के जनकोप पंचायत को गोद लिया गया है ।सर्वप्रथम सुरक्षित प्रसव कराने के उद्वेश्य से संस्था द्वारा जच्चा बच्चा सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है।पंचायत के सभी गर्भवती महिलाओं का सर्वेक्षण कराया गया और उसके बाद संस्था की स्वास्थ्य टीम द्वारा गर्भवती महिलाओं के घर घर जाकर निःशुल्क उनका आवश्यक जांच कराया जा रहा है।अबतक घर घर जाकर 45 गर्भवली महिलाओं का जांच कराया गया है।इसी क्रम में रविवार को जनकोप पंचायत के जनकोप एवं सोहर बिगहा गांव में घर घर जाकर ग्यारह गर्भवती महिलाओं का रक्तचाप,शुगर,हीमोग्लोबिन , ब्लड ग्रुप एवं वजन का जांच कराया गया।सोहर बिगहा की मनीषा कुमारी,ज्योति कुमारी,खुशबू कुमारी,प्रियंका कुमारी, प्रिया कुमारी
एवं जनकोप की सुमित्रा कुमारी,सोनी सिंह,आरती देवी,संजू देवी,गुड़िया कुमारी,सोनी देवी सहित कुल ग्यारह गर्भवती महिलाओं का जांच एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया।ग्यारह में सभी का शुगर लेवल सही पाया गया, सात महिलाओं का होमोग्लोबीन दस ग्राम से नीचे पाया गया एवं तीन महिलाओं का निम्न रक्तचाप पाया गया जिन्हें चिकित्सक से परामर्श की सलाह दी गई।
रक्तसेवक बमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हमारी संस्था द्वारा जरूरतमंदों को रक्त उबलब्ध कराने की सेवा दी जाती है।दुर्घटनाग्रस्त,एनीमिया और थैलीसीमिया पीड़ितों के साथ साथ खास कर ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के समय रक्त की कमी देखी जा रही थी।गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी का कारण गर्भावस्था में उचित जांच एवं पौष्टिक आहार की कमी है।इसलिए संस्था द्वारा घर घर जाकर गर्भवती महिलाओं का निःशुल्क आवश्यक जांच कराया जा रहा है ताकि प्रसव के समय रक्त की कमी को रोका जा सके।बमेंद्र ने बताया की बिना किसी से आर्थिक सहयोग प्राप्त किए हुए सेवा दी जा रही है और यह निरंतर जारी रहेगा।इस अवसर पर टीम पथ प्रदर्शक के नीरज कुमार सिंह,धनंजय कुमार,रीमा कुमारी, जिज्ञासा सिंह,आशा राजकुमारी देवी ,प्रमिला देवी सहित कई ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थीं।