जीविका दीदियों ने मनाया नशा मुक्ति दिवस

मनोज कुमार ।

गया, गया जिले में जीविका सामुदायिक संगठनों से जुड़ी जीविका दीदियों ने 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया। इस उन्होंने बड़े उत्साहपूर्वक विभिन्न ग्राम संगठनों और संकुल संघों में बिहार में नशा मुक्ति की जरूरत एवं संविधान के महत्व पर गहन चर्चा की। दीदियों ने अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा नशा घरेलू हिंसा को बढ़ता है। स्वास्थ्य को प्रभावित करता है एवं परिवार को गरीब बना देता है। इसे लागू रहना चाहिए।सामुदायिक संगठनों की बैठकों के दौरान जीविका दीदियों ने नशा मुक्ति के प्रति समाज को जागरूक करने और इसे एक सामाजिक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस अभियान के तहत कई जगहों पर जागरूकता रैलियां निकाली गईं, जिसमें महिलाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। रैलियों में नारे और पोस्टरों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों को उजागर किया गया और समाज को नशा मुक्त बनाने का संदेश दिया गया। इस अवसर पर जीविका दीदियों ने सामुदायिक संगठनों के कार्यालयों के समीप जगह-जगह नशा मुक्ति का संदेश युक्त आकर्षक रंगोली का निर्माण भी किया।

इसके अलावा, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्राम संगठनों और संकुल संघों में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान सामूहिक संकल्प लिया गया कि सभी सदस्य अपने परिवारों और समुदायों को नशा मुक्त बनाने में सहयोग करेंगे। साथ ही नशा मुक्ति दिवस पर जिला समाहरणालय में आयोजित बैठक में पुलिस विभाग के अधिकारियों सहित, जीविका दीदियों ने भी भाग लिया। उन्होंने जिला सभागार से वर्चल माध्यम से पटना में आयोजत नशा मुक्ति दिवस कार्यक्रम को देखा।जीविका के इस प्रयास से समाज में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने और एक सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद है। यह पहल समुदाय की महिलाओं के नेतृत्व में सामाजिक सुधार का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।