संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
संवाददाता ।
बिहारशरीफ:-बिहारशरीफ के पचासा चौक स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के तत्वाधान में बाबा साहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।पचासा चौक पर स्थापित बाबा साहेब के प्रतिमा एवं पार्क का सौंदर्य करण का उद्घाटन भूतपूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी यासिर इमाम के द्वारा किया गया एवं फूल का पौधा रोपण किया गया। इस अवसर पर उपस्थित गनमान्य लोगों को अंग वस्त्र एवं माल्यार्पण करते हुए स्वागत किया गया।इस मौके पर भूतपूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी यासिर इमाम, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी प्रदेश महासचिव बलराम साहब ने संयुक्त रूप से कहा कि संविधान दिवस जिसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। भारत में हर साल 26 नवंबर को भारत के संविधान अपनाने के उपलक्ष में मनाया जाता है। 26 नंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी 1950 को लागु हुआ।
भारत सरकार ने 19 नवंबर 2015 को एक राजपत्र अधिसूचना द्वारा 26 नवंबर को सिद्धांत वर्ष के रूप में घोषित किया भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर 2015 को मुंबई में अंबेडकर की स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी स्मारक की आधारशिला रखते हुए घोषणा की। 2021 का वर्ष अंबेडकर की 131वीं जयंती थी जिन्होंने संविधान सभा की मसौदा समिति की अध्यक्षता की थी और संविधान के प्रारूपण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पहले इस दिन को कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था संविधान के महत्व को फैलाने और अंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं को फैलाने के लिए 26 नवंबर को चुना गया था।
संविधान नियमों और कानून का एक समूह है जो किसी भी देश के संचालन और नियंत्रण को विनियमित करता है।
भारत सरकार के राजनीतिक सिद्धांत अभ्यास और शक्तियां संविधान पर आधारित है। संविधान कर्तव्यों के साथ-साथ मौलिक अधिकारों मार्गदर्शन सिद्धांतों और नागरिक जिम्मेदारियां को भी परिभाषित करता है।
भारत का संविधान 395 अनुच्छेदों और 12 अनुसूचियों के साथ या पूरी दुनिया में सबसे लंबा संविधान है।
राष्ट्रीय संविधान दिवस संविधान में लिखे मूल्यों जैसे न्याय समानता और भाईचारे की याद दिलाता है। यह नागरिकों में उनके अधिकार और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ता है। उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
देशभर के स्कूल और संस्थान इस महत्वपूर्ण दिन को मनाने के लिए प्रश्नोत्तरी, चर्चा और निबंध प्रतियोगिता जैसे अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन करते हैं। इस मौके पर सभी उपस्थित ने शपथ लिए की बाबा साहब रचित संविधान को मरते दम तक रक्षा करेंगे एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिए।
इस मौके पर डॉ भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नंदलाल दास अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सादिक अजहर जिला महासचिव महेंद्र प्रसाद उपाध्यक्ष उमेश पंडित महिला प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष लालती देवी अजीत कुमार सुकुमार चौधरी संविधान रक्षक रंजीत कुमार चौधरी अधिवक्ता अशुतोष कुमार मौर्य विश्वनाथ जी कल्याण कुमार ए0 के0 अंबेडकर शिवसत्य प्रभाकर अनिल पटेल जाहिद अंसारी राहुल कुमार सुबोध कुमार गीता देवी विनोद रजक दिलीप चौहान आदि लोग उपस्थित थे।