प्राचीन काल में केसपा ग्राम सूर्य उपासना व बौद्ध धर्म लंबियों की आस्था का बहुत बड़ा केंद्र रहा है- हिमांशु शेखर

विश्वनाथ आनंद ।
गया( टिकारी)- प्राचीन काल में केसपा ग्राम सूर्य उपासना एवं बौद्ध धर्म लंबियों की आस्था का बहुत बड़ा केंद्र रहा है. उक्त बातें केसपा ग्राम निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हिमांशु शेखर ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कही. उन्होंने आगे कहा कि लोकआस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा प्रारंभ हो गया हैl यह महापर्व बिहार से प्रारंभ होकर आज पूरी दुनिया में फैल चुका है l छठ पूजा सूर्य उपासना का सबसे बड़ा पर्व है l इस पर्व के अवसर पर सूर्य मंदिर में अपार भीड़ उमड़ती है l मगध क्षेत्र में सूर्य उपासना की पुरानी गौरवशाली परंपरा रही है l इस क्षेत्र में भगवान सूर्य की अनेकों प्रतिमाएं मिली है l उन्होंने कहा कि टिकारी प्रखंड अंतर्गत माँ तारा नगरी केसपा ग्राम में माँ तारा देवी मंदिर, भगवान गौतम बुद्ध की आदमकद प्रतिमा, गरुड़ पर सवार भगवान विष्णु की प्रतिमा एवं भगवान सूर्य की प्रतिमा विराजमान है l

प्राचीन काल से यह गांव हिंदू और बौद्ध धर्म लंबियों की आस्था का केंद्र रहा है l केसपा ग्राम में भगवान सूर्य की प्रतिमा लगभग बारह सौ वर्ष पुरानी है l इस प्रतिमा से यह प्रमाणित होता है कि प्राचीन काल में यह गांव सूर्य उपासना का बहुत बड़ा केंद्र रहा होगाl सभी देवी देवताओं में एकमात्र भगवान सूर्य ही साक्षात रूप में प्रतिदिन लोगों को दर्शन देतें है, इसीलिए भगवान सूर्य की उपासना हिंदू धर्म के अलावा भी अन्य कई धर्मो में किया जाता हैं l सूर्य मंदिर में स्थापित भगवान गौतम बुद्ध का पद चिन्ह इस मंदिर की विशेषता में चार चाँद लगाती है l भगवान सूर्य की आदमकद प्रतिमा काले पत्थर की बनी हुई लगभग चार फीट ऊंची है l प्रतिमा में आभामंडल की स्पष्ट झलक मिलती है l प्रतिमा के दोनों ओर उड़ते हुए गंधर्व है, उनके सर पर मुकुट है एवं वे बूट धारण किए हुए है l भगवान सूर्य की ऐसी दुर्लभ प्रतिमा अन्यत्र नहीं मिलती हैl छठ व्रत के अवसर पर केसपा ग्राम में भगवान सूर्य की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आया करते हैं l ग्रामीण हिमांशु शेखर ने कई बार बिहार सरकार से केसपा ग्राम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग किया है, लेकिन ऐतिहासिक विरासत के बावजूद आज तक यह गांव पर्यटन मानचित्र से ओझल है l इस गांव में पर्यटन की असीम संभावना है l पर्यटन के विकास से आर्थिक समृद्धि के द्वार खुलते हैं l

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