चापाकल मरामाती में सामग्री की पूरी उपलब्धता रखें ताकि खराब चापाकल की मरामाती में नए सामान को तुरंत लगा सके

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मनोज कुमार ।

गया, जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय मंत्री सहकारिता विभाग बिहार सह नगर विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार, माननीय विधायक वजीरगंज श्री वीरेंद्र सिंह, माननीय विधायिक शेरघाटी श्रीमती मंजू अग्रवाल, माननीय विधायक टिकारी श्री अनिल कुमार, माननीय विधायक बोधगया श्री कुमार सर्वजीत, माननीय विधायक गुरुआ श्री विनय कुमार, माननीय विधायिक बाराचट्टी श्रीमती ज्योति देवी, बेलागंज विधायक के साथ गया जिले में पेयजल समस्या, नल जल योजनाओ का क्रियान्वयन, गर्म हवा/ हीट वेब से आम जनमानस को बचाव इत्यादि को ध्यान में रखते हुए गया जिले में पेयजल तथा अन्य समस्या पर ज़िला पदाधिकारी को एक एक कर अपने क्षेत्रवार समस्याओं से अवगत करवाया गया।जिला पदाधिकारी ने उपस्थित सभी माननीय विधायक गण का स्वागत करते हुए कहा कि जिले में इस वर्ष 10 हजार चापाकलों को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा सर्वे किया गया जिसमें 4 हजार चापाकल पूरी तरह दिफंग/ मरमत योग्य नही है। इसके अलावा शेष बचे चापाकलों में अब तक 3 हजार चापाकलों को ठीक करवाया गया है। इसके साथ ही आवश्यकतानुसार महादलित टोला में चापाकल लगवाया जा रहा है। डीएम ने बताया कि पिछले वर्ष जिस किसी तोले में जल संकट उत्पन्न होने के पश्चात लगातार टैंकर मुहैया कराया गया है उन स्थान पर निश्चित रूप से नल जल का कनेक्शन या नया चापाकल की व्यवस्था इस वर्ष रखी जा रही है ताकि उन टोला में दोबारा से जल संकट की स्थिति नहीं हो सके। उन्होंने निर्देश दियाहै कि चापाकल मरामाती में सामग्री की पूरी उपलब्धता रखें ताकि खराब चापाकल की मरामाती में नए सामान को तुरंत लगा सके।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि माननीय जनप्रतिनिधियों का जहां-जहां जिस जिस क्षेत्र से पेयजल समस्या एवं चापाकल की आवश्यकता के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए हैं उसी के अनुरूप चापाकल लगवाने का कार्य किया जाएगा। महादलित टोला में विशेष अभियान चलाकर चापाकल की मरम्मति करवायी जा रही है।जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक दिन अपने क्षेत्र के नल जल योजना एवं चापाकल मरामाती के संबंध में संबंधित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के साथ बैठक करते हुए जो भी समस्याएं आती है उसे तुरंत समाधान करवाये। गर्मी के मौसम में सभी पदाधिकारी पूरी रुचि लेकर लोगों की समस्याओं को दूर करें।नल जल योजना के समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि नल जल योजना में जो भी दिक्कते/ समस्या आ रही थी उसे यथासंभव दूर करने का कार्य किया जा रहा है।
पिछले माह नल जल योजना का व्यापक सर्वे करवाया गया जिसमें 1200 योजना में पेयजल संचालित नहीं हो रहा था। ज्यादातर मोटर जलने, पाइप लीकेज, पाइप फटने संबंधित था। इन सभी समस्याओं का निराकरण करते हुए 1000 योजनाओ को चालू करवाया गया था। शेष 200 योजना में मेजर समस्या के कारण नए सिरे से बोरींग करवाते हुए पानी आपूर्ति करवाया जा रहा है। डीएम ने निर्देश दिया है कि आने वाले इस गुरुवार के दिन सभी नल जल योजनाओ का भौतिक जांच वरीय पदाधिकारी के माध्यम से टीम बनाकर करवाया जाएगा। जांच में जो भी योजना बिना विशेष कारण के बंद रहने पर संबंधित कनीय अभियंता एवं टी०ए० पर कार्रवाई की जाएगी। शेष बचे दो दिनों में छोटी समस्या के कारण जहां भी नल जल योजना बंद है उसे तुरंत चालू करवाने का निर्देश दिया गया है।
वर्तमान में ज़िले का औसतन भूगर्भ जलस्तर 31.3 फीट मापा गया है। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली आने के कारण भूगर्भ जल स्तर में काफी सुधार आई है। वर्ष 2020 के पहले जल जीवन हरियाली योजना के पूर्व लगभग 40 फीट के नीचे जलस्तर चले जाते थे जो इस वर्ष औसतन जलस्तर 30 फीट है। शहरी क्षेत्र में जल संकट ना हो इसके लिए भी कार्ययोजना बना ली गयी है। आवश्यकता पड़ने पर यदि कहीं से ग्रामीण क्षेत्र में समस्या की सूचना आती है तो टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि अपने क्षेत्र के मुखिया जी के साथ बैठक कर जल संकट से संबंधित बिंदु पर 2 दिनों के अंदर बैठक करते हुए टोले की समस्या संबंधित जानकारी जिला स्तर पर उपलब्ध करा दें ताकि उस क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था कराते हुए त्वरित गति से करवाया जा सके।