भंडारे हमारी संस्कृति व एकता का प्रतीक-डॉ विवेकानंद मिश्र

विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार)- गया स्थित स्थानीय कालीबाडी काली मंदिर के प्रांगण में पूर्व की भांति महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के विधिवत पूजन, अर्चना हवन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। पश्चात एक विचार संगोष्ठी भी संपन्न हुआ .संगोष्ठी का शुभारंभ विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने किया। संगोष्ठी में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉक्टर मिश्र ने कहा कि इस ऐतिहासिक भंडारे के पीछे सदियों हमारी पुरानी महान परंपरा एवं आंतरिक एकता को दर्शाता है। जो कुछ हो एक बात तो निश्चित है कि हमारे धर्म और दर्शन के सनातन स्रोत मंदिर और पवित्र नदियों वेद और उपनिषद महाकाव्य और पुराण जो सैकड़ो विदेशी आक्रमणों के बावजूद और अनेक बार नष्ट प्रायः होने पर भी ऐसे शुभ आयोजनों के फल स्वरुप ही अपूर्व शक्ति के साथ पूर्ण प्रतिष्ठित है।

पूजन एवं भंडारे में आए तमाम लोगों को हार्दिक स्वागत करते हुए, आभार प्रकट करते हुए महाकाली के साधक अधिवक्ता विश्वजीत चक्रवर्ती ने मंदिर के प्रधान पुजारी साधक रवि चक्रवर्ती को नमन करते हुए कहा कि यह भंडारा हमारी संस्कृति और एकता का ज्वलंत प्रतीक है। सनातन धर्म का उद् घोष सर्वे भवंतु सुखिनः का व्यवहारिक मंत्र है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने इस महान पुरानी परंपरा को जो हमारी पुण्य भूमि का सनातन का स्रोत है इसे अक्षुण्ण रखा है, और मैं भी इस परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प लेता हूं।इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया तथा संगोष्ठी में भाग लिया उनमें प्रमुख के रूप से बिहार प्रदेश राजद की वरिष्ठ नेत्री रूबी कुमारी, डॉ रविंद्र कुमार, अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार पाठक, सुशांत चक्रवर्ती, विजय प्रसाद गुप्ता, राजीव नयन पाण्डे, शंभू गिरी प्रदेश सचिव बृजेश राय महा सचिव अमित कुमार शीला देवी गुप्ता सुरेश कुमार मनोज शर्मा धीरज कुमार तारा चक्रवर्ती सोम चक्रवर्ती ललिता चक्रवर्ती संकरी चक्रवर्ती राजीव संजय जी के अलावे बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।

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