सिंचाई विभाग के मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मियों ने अपनी सेवा को नियमितिकरण व 14 सूत्री मांगों को लेकर किया अहम बैठक

विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार):– सिंचाई विभाग के मौसमी-दैनिक-वेतनभोगी कर्मचारी अपनी सेवा के नियमितीकरण एवं अन्य चौदह सूत्री मांगों की पूर्ति हेतु अपनी राज्य कमिटी के आह्वान पर आगामी बिहार विधानसभा के शरत-कालीन सत्र के दौरान विधान सभा के समक्ष दो दिवसीय धरना देंगे जिसमें भाग लेने के लिए औरंगाबाद जोन के सैंकड़ों मौसमी कर्मी पटना जाएंगे ! उक्त आशय का निर्णय आज यहां उनथु फॉल नहर पुल पर आयोजित “बिहार राज्य सिंचाई विभाग मौसमी-दैनिक-वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन” की औरंगाबाद जोन की एक आम सभा में लिया गया । उक्त निर्णय के अलावा इस सभा में मौसमी कर्मियों की सेवा नियमित करने हेतु पटना हाई-कोर्ट में चल रहे मुकदमे को भी पूरी ताकत एवं गंभीरता से लड़ने का निर्णय लिया गया । इस सभा में बतौर प्रेक्षक उपस्थित महासंघ (गोप गुट) के जिला सचिव- सत्येन्द्र कुमार ने उपस्थित मौसमी कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि– “सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारियों को अपनी तबकागत मांगों के अलावा सिंचाई विभाग के विभिन्न कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भी अपना संघर्ष तेज करना चाहिए तथा जनता के द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ किए जा रहे संघर्षों में अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए ।” उन्होंने हाल ही में खरांटी नहर पर झिकलाही में बनाए गए नए पुल को एक माह में ही ध्वस्त हो जाने के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत की जांच निगरानी अन्वेषण-ब्यूरो द्वारा कराने की मांग गंभीरता से उठाने का भी आह्वान किया । इसी तरह से उन्होंने मौसमी कर्मचारियों का यह भी आह्वान किया कि वे SOP के नाम पर भ्रष्टाचार के नए दरवाजे खोलने वाले निर्णय के खिलाफ आम जनता के बीच जबरदस्त भंडाफोड़ अभियान चलाएं ताकि जनता यह जान सके कि SOP से न तो किसानों को कोई फायदा है और न ही कर्मचारियों का ; बल्कि इससे सिर्फ और सिर्फ बड़े अफसरों,ठेकेदारों एवं बड़े नेताओं को ही फायदा होने वाला है ।

उन्होंने कहा कि यह SOP मौसमी कर्मियों के लिए एक ‘मौत का फरमान’ की तरह है जिसका पूरी ताकत के साथ विरोध किया जाना चाहिए ।इस सभा को संबोधित करते हुए महासंघ(गोप गुट) के जिला अध्यक्ष रामइशरेश सिंह ने कहा कि मौसमी कर्मियों को ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ के तर्ज पर अब राज्य स्तर पर धारावाहिक संघर्ष शुरू करना होगा ; ताकि सालों भर काम एवं नियमितीकरण समेत अन्य तमाम मांगों को हासिल करने हेतु सरकार एवं पदाधिकारियों पर निर्णायक दबाव बनाया जा सके lइस सभा में एक प्रस्ताव इस आशय का भी पारित किया गया कि आने वाले निकट भविष्य में सेवा के नियमितीकरण के अलावा अपनी तात्कालिक मांगों में शामिल अन्य विभिन्न मांगों ; जैसे-सेवा के नियमितीकरण होने तक सभी मौसमी कर्मियों को सालों भर काम की गारंटी करने, स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा मौसमी कर्मियों के खिलाफ किए जा रहे शोषण-दमन-उत्पीड़न बंद कराने,सभी मौसमी कर्मियों को विभाग के स्तर से पहचान-पत्र निर्गत कराने, उन्हे वर्दी,टॉर्च, सिटी,साइकिल,छाता एवं कार्य से संबंधित अन्य उपकरण मुहैय्या कराने,मौसमी कर्मचारियों से स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा सादा मास्टर-रॉल पर जबरदस्ती हस्ताक्षर कराकर उन्हें वेतन से वंचित कर देने की प्रवृति पर रोक लगवाने, उनके खाते में राशि भेजकर भी उनसे वापस राशि वसूल कर लेने की प्रथा बंद करवाने,मौसमी कर्मियों के साथ पदाधिकारियों द्वारा गुलामों जैसे किए जा रहे अपमानजनक दुर्व्यवहार बंद कराने एवं उक्त मामलों से संबंधित शिकायतों की विभाग के बाहर के किसी प्रशासनिक पदाधिकारी से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच करवाने, इत्यादि अन्य 14-सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए भी राज्य स्तर से लेकर डिवीजन स्तर तक अपना धारावाहिक और जुझारू आन्दोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया ! इस सभा की अध्यक्षता यूनियन के औरंगाबाद जोन अध्यक्ष देवगीर यादव ने की जबकि संचालन यूनियन के जोन सचिव अर्जुन प्रसाद ने किया । इनके अलावा इस सभा को यूनियन के जोन कोषाध्यक्ष – देवपूजन सिंह, उपाध्यक्ष- सुभाष यादव, मौसमी कर्मचारी यूनियन के वरिष्ठ नेता पुरुषोत्तम द्विवेदी, टेकारी डिवीजन के अध्यक्ष प्रमोद सिंह,सुनील सिंह,अक्षय कुमार सिंह,श्रीराम यादव,तिलेश्वर यादव,विजय भगत,चैनारिक सिंह,इत्यादि ने भी संबोधित किया ।

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