मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति सम्बध्द डिग्री कॉलेज के प्रति गलत बयानी के लिए माफ़ी मांगे _ कॉंग्रेस
मनोज कुमार ।
मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति डॉ एस पी शाही द्वारा मीडिया को दिए साक्षात्कार में मगध विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित सभी सम्बध्द डिग्री कॉलेज को केवल नामांकन एवं पैसा वसूली का केंद्र कहने से सभी सम्बध्द डिग्री कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, प्रो अमरेंद्र कुमार सिंह उर्फ मंटू सिंह, प्रो विनोद कुमार, प्रो ( डॉ) अमर सिंह सिरमौर, प्रो ( डॉ ) विश्वनाथ कुमार, प्रो सुनील कुमार पांडेय, विपिन बिहारी सिन्हा, मोहम्मद समद, विशाल कुमार, आदि ने कहा कि बिहार राज्य के लगभग 70 प्रतिशत छात्र सम्बध्द डिग्री कॉलेज में अध्यन करते हैं तथा सम्बध्द डिग्री कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी अंगीभूत कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर के समान शिक्षण, कॉपी मूल्यांकन, सहित सभी कार्य करते हैं, जबकि सम्बध्द कॉलेज के कर्मचारियों को उनकी तुलना में 10 प्रतिशत भी वेतन नहीं मिलता, फिर भी मगध विश्वविद्यालय के कुलपति उनके जले शरीर पर नमक रगड़ने का काम करते हुए उनके बारे में अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
नेताओं ने कुलपति के इस दुर्भाग्यपूर्ण बयान पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा की कुलपति डॉ एस पी शाही जिन्होंने सम्बध्द डिग्री कॉलेज से अपना कैरियर शुरू कर आज मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर पहुचने वाले अपने ही विश्वविद्यालय के सम्बध्द कॉलेज को बेहतर बनाने की जगह उल्टे कोश रहे हैं, अगर सम्बध्द कॉलेज नामांकन एवं पैसा वसूलने का काम करती है, तो सभी सम्बध्द कॉलेज का संबंधन रद्द करने की अनुशंसा कुलाधिपति एवं राज्य सरकार को करे अन्यथा इस गलत बयानबाजी के लिए माफ़ी मांगे।
नेताओं ने कहा कि डॉ एस पी शाही जबसे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति बने हुए हैं तब से मगध विश्वविद्यालय कुव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है जैसे परीक्षा फॉर्म भरने, परीक्षा केंद्र निर्धारण, कॉपी मूल्यांकन, कॉलेज को संबंधन देने, सहित सभी कार्यो में मनमानी एवं भ्रस्टाचार चरम पर है।
नेताओं ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति विश्वविद्यालय की पुरानी गौरवशाली गरिमा को बनाए रखने तथा बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने के बजाय केवल राजनीतिक कर रहे हैं।
नेताओं ने कहा कि कुलपति एक वैसे पत्रकार मनीष कश्यप को साक्षात्कार दिए है, जो खुद गलत, घातक, बनावटी रिपोर्टिंग में दूसरे राज्य में महीनों जेल में रहे है, तथा अभी भी उस पर मुकदमा चल रहा है।
नेताओं ने मगध विश्वविद्यालय से सभी सम्बध्द डिग्री कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों से एकजुट होकर ऐसे गलत, दुर्भाग्यपूर्ण बयान देने वाले कुलपति का डट कर विरोध करे।