रोशनी से जगमगाएगा मेला परिसर: डीएम
मनोज कुमार ।
गया, रोशनी से जगमग होगा मेला परिसर, गया में एक पखवाड़े तक चलने वाले पितृ पक्ष मेले के दौरान इस क्षेत्र में कोई अंधेरा स्थान नहीं होना चाहिए। डीएम त्यागराजन एस.एम. ये बातें गुरुवार की रात विष्णुपद मंदिर क्षेत्र में प्रकाश निरीक्षण दौरे के दौरान कहीं। उन्होंने नगर निगम गया के कार्यान्वयन एजेंसियों को रेलवे स्टेशन से विष्णुपद मंदिर क्षेत्र तक प्रत्येक सड़क और सड़क पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।इस दौरान उन्होंने देवघाट समेत अन्य घाटों पर बन रहे पंडालों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में किसी भी बिजली तार का कनेक्शन ढीला या खुला नहीं होना चाहिए। इस हेतु उन्होंने एडीएम राजस्व को जांच कमेटी गठित करने का आदेश दिया तथा कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग गया से विद्युत फिट प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिया।उन्होंने अधीक्षण अभियंता विद्युत कार्य प्रमंडल गया को पूरे मेला अवधि के लिए नियंत्रण कक्ष, संगत घाट एवं सीता कुंड पर कनीय अभियंताओं को तैनात करने का निर्देश दिया।इन्हें शामिल करते हुए डीएम ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग को सीता पथ घाट, संगत घाट, देव घाट और नवनिर्मित विष्णु पथ घाट जैसे विभिन्न स्थानों पर अग्निशमन वाहन तैनात रखने का आदेश दिया है।
इसके अलावा उन्होंने गया जी बांध से मोहनपुर पुल के पास नये विष्णु पथ घाट तक लगातार पंडाल लगाने का भी निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि कई टाइल्स व स्लैब जगह-जगह टूटे हुए हैं। उन्होंने नगर निगम को मेला शुरू होने से पहले इन्हें ठीक करने और बदलने के निर्देश दिए।उन्होंने दर्शनीय स्थलों पर बड़े आकार में पेयजल, शौचालय एवं अन्य चीजों के साइनेज लगाने का भी निर्देश दिया।इसके अलावा उन्होंने एडीएम आपदा प्रबंधन को फल्गु नदी के दोनों किनारों पर ब्रेकेटिंग लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस साल बड़ी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों को देखते हुए मजबूत ब्रैकेटिंग की जरूरत है।निरीक्षण में नगर आयुक्त अनुराग कुमार, डीडीसी नवीन कुमार, एडीएम राजस्व पारितोष कुमार, एडीएम आपदा प्रबंधन पंकज कुमार, नोडल पदाधिकारी मेला रवींद्र कुमार दिवाकर, एसडीओ सदर किसलय श्रीवास्तव, पर्यटन पदाधिकारी मनीष कुमार, एनडीसी राजीव रंजन समेत , एसडीसी आदित्य श्रीवास्तव एवं स्थानीय पंडागण उपस्थित थे।