बोधगया में आयोजित 22वें राष्ट्रीय सम्मेलन “आत्मनिर्भर भारत के दिशा में आर्थिक शक्ति करण”
संवाददाता ।
मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में आयोजित 22वें राष्ट्रीय सम्मेलन “आत्मनिर्भर भारत के दिशा में आर्थिक शक्ति करण” पर विचार रखतेहुए नवादा विधि कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीएन मिश्रा ने सम्मेलन में अपने विचार प्रस्तुत किए। सम्मेलन का उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक शक्ति-करण की दिशा में आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श करना था। इस अवसर पर भारत सरकार के लोकप्रिय पथ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा , सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।डॉ. डीएन मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना केवल एक राजनीतिक वादे का नाम नहीं है, बल्कि यह एक व्यावहारिक दृष्टिकोण है, जिसके लिए हमें अपने संसाधनों का सही उपयोग करना है। उन्होंने भारत के विशाल संसाधन और जनसंख्या का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हम सही दिशा में कार्य करें तो हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक मजबूत स्थान बना सकते हैं।
उन्होंने विशेष रूप से कृषि, उद्योग, और सहकारिता के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. मिश्रा ने यह भी सुझाव दिया कि शिक्षा, कौशल विकास, और डिजिटल भारत के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने मैं सहयोग करना चाहिएइसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में विकास की गति को तेज करने के लिए राज्य सरकार को राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की आवश्यकता जताई ताकि बिहार भी आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना में अपनी भूमिका निभा सके।
इस सम्मेलन ने बिहार और देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और इसे प्रभावी बनाने के उपायों पर जोर दिया।