पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जी की 6वी पुण्य तिथि

विशाल वैभव ।

भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जी की 6वी पुण्य तिथि,भाजपा किसान मोर्चा बाग़बानी प्रकोष्ठ के कार्यालय नूतन नगर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया। सर्व प्रथम उनके चित्र पर पुष्प माला चढ़ा कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में डॉ मनीष पंकज मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता जिला महामंत्री गोपाल प्रसाद यादव जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर, राणा रंजीत सिंह,सुनील कुमार बंबइया,युवा मोर्चा अध्यक्ष आकाश जयदेव गिरी,सोशल मीडिया के संयोजक रणजीत सिंह,हीरा यादव,मंटू कुमार ,महेश यादव, बबलू गुप्ता ,कुंदन सिंह,विजय प्रसाद उर्फ काला नाग,ने श्रद्धा सुमन अर्पित की इस अवसर पर डॉक्टर मनीष पंकज मिश्रा ने कहा अटल बिहारी वाजपेयी जी का नाम भारतीय राजनीति में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाता है।

वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और भारतीय जनता पार्टी के प्रथम अध्यक्ष केसाथ साथ भाजपा के प्रमुख नेताओं में से रहे। वाजपेयी जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्होंने न केवल एक राजनेता के रूप में, बल्कि एक कवि, लेखक, और पत्रकार के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने कहा अटल जी तीन बार भारतकेप्रधानमंत्री बने। उनकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि 1998 में पोखरण में भारत के परमाणु परीक्षणों का सफल संचालन था, जिससे भारत ने वैश्विक मंच पर एक सशक्त और आत्मनिर्भर देश के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनके शासनकाल में भारत ने कई महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक सुधार देखे। उन्होंने देश में राजमार्ग विकासपरियोजनाओं और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की शुरुआत की, जो आज भी देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।उनकी वाक्पटुता और भाषण कला अद्वितीय थी। वे विपक्ष के नेता के रूप में भी सम्मानित होते थे क्योंकि वे कभी भी अपने राजनीतिक विरोधियों के प्रति कटुता नहीं दिखाते थे। उनकी उदारता, सहिष्णुता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता ने उन्हें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच लोकप्रिय बनाया।16 अगस्त 2018 को, अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन की सूचना मिलते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें एक दूरदर्शी नेता, एक सशक्त वक्ता और एक सच्चे देशभक्त के रूप में स्मरण करते हैं। उनका जीवन और कार्य हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने देश के लिए कुछ महान करें। उनका योगदान सदैव हमें प्रेरणा देता रहेगा।