समाहरणालय सभगार में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की गई
मनोज कुमार ।
गया, माननीय मंत्री सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार पटना डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभगार में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की गई।सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त, गया द्वारा माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार पटना एवं अन्य उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया गया तथा बताया गया कि माननीय मंत्री महोदय द्वारा लगातार इसकी सतत् समीक्षा की जा रही है।
1. सहकारिता विभाग के समीक्षा में सहकार भवन हेतु भूमि उपलब्धता के संबंध में अपर समाहर्त्ता, गया द्वारा अवगत कराया गया कि बीस हजार स्कायर फीट भूमि चिन्हित कर दे दिया गया है तथा प्रखण्ड स्तरीय सब्जी उत्पादक सहयोग समितियां (PVCS) के आधारभूत संरचना निर्माण के लिए भूमि हेतु 9 (नौ) प्रखण्डों में मांगी गई है, जिसमें 8 प्रखण्डों में भूमि चिन्हित कर लिया गया है तथा शेष प्रखण्ड में अंचल अधिकारी को निदेश दिया जा चुका है। जिला सहकारिता पदाधिकारी, गया को निदेश दिया गया कि सभी चिन्हित भूमि का स्थल निरीक्षण कर अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। माननीय मंत्री ने यह भी कहा कि गया जिला में 24 प्रखंड है तथा चार अनुमंडल है काफी बड़ा क्षेत्र है। सभी बचे हुए प्रखंड तथा अनुमंडल में भी सब्जी उत्पादक सहयोग समिति निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करें।
जिला सहकारिता पदाधिकारी, गया को निदेश दिया गया कि प्रस्तावित गोदाम के लिए चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर सूची तैयार करना सुनिश्चित करेंगे। जिला सहकारिता पदाधिकारी, गया द्वारा अवगत कराया गया कि गया जिला में कुल 52 किसानों द्वारा 75 एम०टी० गेहूँ अधिप्राप्ति किया गया है तथा मार्केट दर अधिक रहने के कारण किसानों द्वारा गेहूँ नहीं दिया जा रहा है। निदेश दिया गया कि किसानों को प्रोरित कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
• जैव विविधता के संबंध में माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार पटना द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 25.06.2024 को पूरे बिहार में पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जैव विविधता कार्यक्रम आयोजित की गई थी। इस संबंध में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, गया को निदेश दिया गया था कि जिला स्तर पर एवं सभी प्रखण्डों के पंचायतों में कमिटि बना लिया जाय तथा सभी आवश्यक तैयारियां कर लिया जाय। ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए जैव विविधता को काफी अच्छे से इंप्लीमेंट करना होगा। गया जिले के विभिन्न बड़े-बड़े पहाड़ों यथा ब्रह्मयोंनि, प्रेतशिला, रामशिला, दुर्गेश्वरी इत्यादि पहाड़ों पर सीड बाल फेके गए हैं ताकि पहाड़ पर पेड़ पौधे से हरियाली दिख सके। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी नगर निकाय के क्षेत्र को भी प्रेरित करें कि ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए जैव विविधता पर विशेष कार्य करें। जिले में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य करें। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के किनारे लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा पंचायती राज विभाग द्वारा हर वार्ड में पौधे लगाए जाएंगे। गया को जोड़ने वाली सड़के यथा गया खिजर सराय, गया मानपुर, गया टेकारी, गया शेरघाटी, गया वजीरगंज इत्यादि के सड़कों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किये जाएंगे एवं इसे 3 वर्षों तक संरक्षित रखने का भी कार्य किया जाएगा ताकि शतप्रतिशत पौधे जीवित रह सके। उन्होंने कहा कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थाओं स्वयंसेवी संस्थान ऑन एवं सरकारी तथा निजी विभागों के साथ बैठक कर सभी को पर्यावरण संतुलन की दृष्टिकोण से पौधा रोपण हेतु एक टारगेट फिक्स करें ताकि सभी लोग मिलकर गया जिला के पर्यावरण संतुलित रखने में अपना योगदान दे सके।
• स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सिविल सर्जन, गया से अनुरोध किया गया कि गया सदर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए स्थल चिन्हित कर भूमि का निरीक्षण कर भूमि उपलब्धता के संबंध में नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही छोटकी नवादा, गया अवस्थित कुष्ठ रोग अस्पताल को गया शहर क्षेत्रान्तर्गत अस्पताल में स्थानान्तरित हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे।