परमगुरु आत्मा हममें उदय का ज्वार भरती है: डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी
विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार)-गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गौतम बुद्ध महिला कॉलेज की अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि गुरु हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। माता, पिता और शिक्षक हमारे सांसारिक गुरु होते हैं. वहीं हम सबके भीतर बसी आत्मा को परमात्मा का अंश तथा परम गुरु बतलाते हुए डॉ रश्मि ने अपने एक मुक्तक के माध्यम से कहा कि “हृदय से दोष, दुर्गुण, हर कुटिल कुविचार हरती है. परमगुरु आत्मा हममें उदय का ज्वार भरती है.
कभी होने नहीं देती हमें पथभ्रांत दुविधा में.सहज भवसिंधु से नौका हमारी पार करती है.” कहा कि हम कभी-कभी संसार में समय तथा लोगों के पल-पल परिवर्तित होते रूप-स्वरूप को देखकर स्वयं को बिल्कुल ही अकेला पाते हैं, असहाय पाते हैं, किंकर्तव्यविमूढ़ पाते हैं. समझ में नहीं आता है कि वास्तव में कौन हमारा हितैषी है, कौन शत्रु. वर्तमान समय में तो इन भावनात्मक समस्याओं से हर व्यक्ति जूझ रहा है. ऐसे में हमारे भीतर निवास कर रही आत्मा हमें हमारे जीने का वास्तविक उद्देश्य बताती है, हममें परमेश्वर पर विश्वास रखने की प्रेरणा भरती है, हमें अपने मन से लड़ने का संबल प्रदान करती है.एक आत्मा ही है जो सदैव ही निःस्वार्थ भाव से हमारा मार्गदर्शन करती है. विपरीत से विपरीत घड़ी में हमें धैर्य रखकर सदैव प्रसन्न रहने के लिए कहती हैं.कभी बदलती नहीं.हमें सत्य पर अडिग रहने के लिए निर्देशित करती है.डॉ. रश्मिके अनुसार, हम सब को अपने उसी परम गुरु आत्मा के शरण में जाने की आवश्यकता है.