कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ अखाड़ा जुलूस
मनोज कुमार।
शेरघाटी।कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार को मुहर्रम की दसवीं तारीख को ताजिया मिलान के बाद दूसरे दिन शांतिपूर्ण माहौल में अखाड़ा जुलूस निकाला गया। जुलूस में मर्सिया के साथ या अली या हुसैन की आवाज गूंजती रहीं। इस दौरान अकीदतमंदों ने इतिहास की अजीम शहादत को याद किया। वसीम अकरम आबिद इमाम एवं वसीम रजा ने बताया कि दोपहर बाद शहर के सभी अखाड़ा जुलूस अपने अपने मक़ाम से ढोल ताशों की मातमी धुनों के साथ तय रूट से चिन्हित जगह पर गोल मिलाया। काली स्थान चौराहा मोड़ पर लीपगंज मोहल्ले के जुलूस मिला। उसके बाद उर्दू मोहल्ला, टंडेल होते हुए लोदी शहीद, काजी मोहल्ला मोड़ पर गढ़ मोहल्ला का जुलूस मिला। अनवारगंज, रमना, नई बाजार, शुमाली एवं हटिया मुहल्ला होते हुए आगे की ओर बढ़ता गया। इस बीच जुलूस में शामिल युवकों ने लाठी तलवार जैसे पारंपरिक हथियारों से हैरत अंगेज़ करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित कर दिया।अखाड़ा जुलूस अलग अलग मार्गों से होते हुए देर रात हटिया मुहल्ला पहुंचा। इसके बाद रंगलाल हाइ स्कूल के समीप जुलूस समाप्त हो गया।
इस दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। जुलूस के रूटों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट और पुलिसबल की बड़ी संख्या में तैनाती की गई थी। मौके पर एडीएम अनुग्रह नारायण सिंह,एएसपी डॉ के रामदास, बीडीओ स्नेहिल आनंद, थानाध्यक्ष अजीत कुमार, सीओ उषा कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार के अलावा विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठन के प्रतिनिधियों ने भी मुहर्रम के जुलूस में शामिल होकर भाईचारे का संदेश दिया।