भारत के कार्ल मार्क्स कहे जाने वाले स्वामी सहजानंद सरस्वती की 74 वीं पुण्यतिथि मनाई गई

मनोज कुमार ।
आज गया के स्थानीय अनुग्रह नारायण रोड स्थित दुबे आश्रम में भारत के कार्ल मार्क्स कहे जाने वाले, महान स्वतंत्रता सेनानी, किसान मजदूर के मसीहा स्वामी सहजानंद सरस्वती की 74 वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
सर्वप्रथम स्वामी सहजानंद सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात्‌ उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती का यह नारा जो अन्न, वस्त्र उपजायेगा , शासन वहीं चलाएगा, भारत देश उसीका है, कानून वहीं बनाएगा तथा भगवान और रोटी दोनों बड़े है, लेकिन रोटी भगवान से ज्यादा जरूरी है, आज भी प्रासंगिक है।
डॉ मदन कुमार सिन्हा ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती आजीवन गरीब, वंचित, किसान, मजदूर के हक, अधिकार की लगाई लड़ते रहे।
कार्यक्रम को गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, आयुष सेठ, उज्ज्वल कुमार, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्रवंशी,कौशलेंद्र यादव, अमित कुमार आदि ने संबोधित किया तथा अंत में सभी ने एक स्वर में बिहार राज्य के दूसरे बड़े पशु मेला भूसनडा सलेमपूर पशु मेला के प्रांगण में स्वामी सहजानंद सरस्वती की आदम कद प्रतिमा लगाने की मांग राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से किया है।

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