हीट वेव से जुड़े मरीजों की सुविधा का जायजा लेने मगध मेडिकल अस्पताल पहुंचे डीएम, चिकित्सकों की संख्या कम देख जताई नाराजगी, दिए यह निर्देश
मनोज कुमार ।
गया : विगत कुछ दिनों से गया जिला का तापमान 45 डिग्री से ऊपर रह रहा है। जिसके कारण हीट वेव का पूर्वानुमान मौसम विभाग द्वारा अलर्ट जारी है। हीट वेव को लेकर मगध मेडिकल अस्पताल में हीट वेव से जुड़े मरीजों को क्या-क्या सुविधा मिल रही है। इसका जायजा लेने मगध मेडिकल अस्पताल गया के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम पहुंच गए।इस दौरान प्रत्येक पाली में दो डॉक्टर तथा 6 वार्ड अटेंडेंट तथा 6 नर्स प्रतिनियुक्त रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मगध मेडिकल का अधीक्षक को कहा कि वर्तमान समय में हीट वेव की पूरी संभावना है और अनुमान है कि मरीजों की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी होगी। उक्त परिपेक्ष में शिफ्ट वार चिकित्सकों की संख्या को और बढ़ाये। इसके अलावा प्रत्येक बेड पर नर्सिंग स्टूडेंट्स को लगाकर मरीजों को देखभाल करावे।उन्होंने निर्देश दिया कि सलाइन एवं आइस पैक की पूरी व्यवस्था रखें। पारा मेडिकल स्टाफ का आकलन कर शिफ्ट वर 12-12 की संख्या में हीट स्ट्रोक वार्ड में डिपयूट करें। वर्तमान समय में मगध मेडिकल अस्पताल के हीट स्टॉक वार्ड में 32 मरीज भर्ती हैं।।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मरीज को देखते हुए चिकित्सक यह आकलन करने की मरीज हीट स्ट्रोक से संबंधित है या नहीं, हीट स्ट्रोक से संबंधित मरीज रहने पर उसे तुरंत हीट स्ट्रोक वार्ड में भेजे, ना की इमरजेंसी वार्ड में रखकर उन्हें उपचार करें। हीट स्ट्रोक वार्ड में कुल 96 बेड है, उसे पूरी तरह चालू करवाये। इसके अलावा ट्रामा सेंटर, मेडिसिन वार्ड, लेक्चर वार्ड को भी पूरी तरह तैयार करके रखें ताकि मरीजों की संख्या बढ़ने पर इस प्रयोग में लाया जा सके। हीट स्ट्रोक से आने वाले सभी मरीजों का प्रॉपर ट्रीटमेंट करना मगध मेडिकल अस्पताल का पहली प्राथमिकता है।
हीट स्ट्रोक वार्ड के बाहर सुरक्षा में लगे सिक्योरिटी के कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अनधिकृत रूप से कोई भी व्यक्ति इस वार्ड में प्रवेश न करें इसे हर हाल में सुनिश्चित करावे। वार्ड के बाहर मरीज के परिजन की भीड़ को देखकर जिला पदाधिकारी ने बारी बारी से उनसे जानकारी लिया कि कहां से आए हैं कब और कहां पर हीट स्ट्रोक की घटना हुई, वर्तमान समय में इलाज कैसा चल रहा है। उनके मरिज रिकवर कर रहे हैं या नहीं इत्यादि की पूरी जानकारी ली। परिजन ने डीएम को अस्वस्थय कराया कि मरीज का इलाज काफी अच्छे से यहां हो रहा है। मरीज को कोई असुविधा नहीं हो इसे अच्छे से सुनिश्चित करवाये। इमरजेंसी टाइप वाले मरीज अर्थात वैसे मैरिज जिसे तुरंत ही इलाज की आवश्यकता है उसे टाइप के मरीजों को काफी संवेदनशीलता एवं प्रायरिटी से ट्रीटमेंट करना होगा।जिलाधिकारी ने कहा कि पीडिया वार्ड को तुरंत फंक्शनल बनाएं और सर्जरी के पश्चात भर्ती मरीजों को पीडिया वार्ड में भर्ती करावे ताकि सर्जरी वार्ड को हीट स्ट्रोक के रूप में प्रयोग कर सके।।इमरजेंसी वार्ड में गर्मी को देखते हुए कोई तैयारी नहीं देखने पर जिला पदाधिकारी ने हॉस्पिटल मैनेजर को निर्देश दिया कि आज ही रेंट पर टावर एसी लगवाएं ताकि मरीजों को राहत मिल सके। लेक्चर वार्ड में काम से कम 25 बेड लगाने के लिए व्यवस्था करावे, इसके अलावा मरीज के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं को पूरी तरह दुरुस्त अगले 24 घंटे के अंदर करवाने को कहा है।उन्होंने निर्देश दिया है कि मगध मेडिकल अस्पताल में हीट स्ट्रोक से संबंधित एक साथ 130 मरीज के उपचार की व्यवस्था के अनुरूप ही पूरी तैयारी करें हर हाल में 130 बेड पूरी तरह चालू स्थिति में रखें। जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता आपदा को निर्देश दिया है कि प्रतिदिन मगध मेडिकल अस्पताल के हीट स्ट्रोक वार्ड का निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा उन्होंने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया है कि प्रतिदिन संध्या को हीट वेव संबंधित बुलेटिन जारी करना सुनिश्चित करें ताकि आम जनता को भी स्पष्ट जानकारी मिल सके।निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन गया, डीपीएम स्वास्थ्य, नोडल पदाधिकारी हीट वेब सहित अन्य पदाधिकारी एव डॉक्टर/नर्स उपस्थित रहे।