प्रसिद्ध कवि और समाजसेवी पं रमेश मिश्र मानव बहुयामी व्यक्तित्व के धनी थे-डॉक्टर विवेकानंद मिश्र
विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार)- सार्वजनिक जीवन में करुणा और संवेदना को सबसे महत्वपूर्ण स्थान देने वाले (मखपा टिकारी निवासी) समाजसेवी मगही के प्रसिद्ध कवि, साहित्यकार पंडित रमेश मिश्र मानव मानवीय चेतना और संवेदना के पुंज थे. विपरीत परिस्थितियों में भी निष्ठा, उदारता सहिष्णुता से विचलित नहीं होते थे.सच कहूं तो वे भारतीय चिंतन में मानवीय अवधारणा के प्रतिरूप थे.यह उद्गार है विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विवेकानंद मिश्र का.विवेकानंद पथ गोल बगीचा, गया में महासभा एवं मंच द्वारा आहूत शोक सभा के अवसर पर अपने उद्धगार में उन्होंने ये बातें कहीं.प्रसिद्ध सम्मानित कवि -साहित्यकार राधामोहन मिश्र माधव ने कहा कि प्राणवंत प्राचीन भाषा मगही को जीवंत रूप देने वाले रचनाधर्मियों में कवि मानव का नाम सहज स्मरणीय बना रहेगा.बिहार के जाने-माने शिक्षा विद् प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र शिव ने कहा कि मानव जी के निधन से समाज मगही साहित्य में में जो रिक्तता आई है ,उसकी भरपाई दूर-दूर तक असंभव सा लगता है.
जूलॉजी साइंस कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ बी एन पांडे ने कहा कि मानव जी अपनी विनम्रता कर्मठता एवं साहित्य समाज सेवा जो इतिहास बनाया है वह इतिहास के पन्नों में अमिट रहेगा। प्रसिद्ध साहित्यकार कवि प्रोफेसर मनोज मिश्र पद्मनाभ ने अपनी व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि मानव जी आजीवन साहित्य साधना में रत सरस्वती के वरद पुत्रों में एक थे.वह एक व्यक्ति नहीं उनमें महान व्यक्ति की छवि दिखती थी इसके अलावे प्रसिद्ध समाजसेवी महेश बाबू, गुपुत मंच महासभा के संरक्षक प्रसिद्ध व्यवसायी शिवचरण डालमिया ,पंडित निशिकांत मिश्र, कृष्ण लाल टईया ,भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धनाथ मिश्र, रणजीत पाठक, पवन मिश्र, कवि गजेंद्र लाल ,डॉक्टर मंटू मिश्र, हरिद्वार मिश्र, डॉक्टर सुरेंद्र मिश्रा, अधिवक्ता राजीव नारायण पांडे, बिहार प्रदेश राजद के वरिष्ठ नेत्री रूबी देवी, प्रदेश हम नेता रीना सिंह, ऋषिकेश गुर्दा शुबी नगमतिया ,शारदा साहिबा, मुखिया आशुतोष मिश्रा ,जितेंद्र मिश्रा ,प्रोफेसर रीना सिंह, दीपक पाठक अधिवक्ता डॉ राजेंद्र मिश्र, विश्वजीत चक्रवर्ती ,विश्वजीत मिश्रा शंभू मिश्र ,अनंत मराठे, अंजू सिंह ,डॉ राजीव नयन मिश्रा, डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज रमाशंकर मिश्रा, गणेश मिश्र ,रंजना पांडेय, किरण पाठक, विनोद कुमार सिंह, सत्येंद्र मिश्र ,डॉक्टर गोपी, सुरेंद्र उपाध्याय यदि थे सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करें तथा इस दुख की घड़ी में उनके परिवार सहित बड़ी संख्या में रहे शुभचिंतकों को प्रभु धैर्य धारण की शक्ति दें.