क्रांतिकारियों की धरती बिहार को नीतीश ने कलंकित और शर्मशार किया _ कॉंग्रेस *
MANOJ.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आज जो फिर पलटी मार कर भाजपा के साथ सरकार बनाने की पट्ट कथा एवं अति अवसरवादी की राजनीत को सूबे बिहार की 13 करोड़ जनता के बीच चर्चा है । आज लोकतंत्र की जननी, क्रांति, सभी संघर्षों की उर्वरा भूमि बिहार में सत्ता लोलुपता, कुर्सी से चिपके रहने के लिए नीतीश कुमार, लोक, लाज, सिद्धांत, विचार, के औचित्य को खत्म कर राज्य की राजनीतिक गरिमा को शर्मशार किया है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, पार्षद प्रतिनिधि शशि किशोर शिशु, दामोदर गोस्वामी , शिव कुमार चौरसिया, टिंकू गिरी, सुनील कुमार सिन्हा, मुरारी शर्मा, उदय शंकर पालित, विनोद उपाध्याय, बाल्मीकि प्रसाद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, आदि ने कहा कि अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़ गे, तथा बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, के द्वारा नीतीश कुमार के अवसरवादी राजनीति पर दो टूक बातें कहे है।
आई ए न डी आई ए गठबंधन में कॉंग्रेस पार्टी सहित सभी 28 पार्टियों द्वारा नीतीश कुमार को उचित सम्मान के बाद भी उनकी राजनीतिक पाला बदलने का बिहार की घटना को क्रांतिकारी,प्रगति शील, जनता करारा जवाब देंगी।
नेताओं ने कहा कि आमजन में ” मिट्टी में मिल जाएंगे, भाजपा मे ना जायेंगे ” की बातें जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की बातें हमेशा कहते हैं , आम चर्चा बनी हुई है।
नेताओं ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी नित आई ए न डी आई ए गठबंधन संपूर्ण देश में मोदी सरकार के गलत नीतियों एवं विफलताओं के खिलाफ संघर्ष को तेज करते हुए जनसमस्याओं , युवा न्याय, भागीदारी न्याय, महिला न्याय, श्रमिक न्याय, किसान न्याय, दिलाने हेतु राहुल गांधी के नेतृत्व में विगत कई दिनों से चल रहे भारत जोड़ों न्याय यात्रा, न्याय का हक मिलने तक के नारों को बुलंद करते हुए बिहार में व्यापक सफल होगा।
नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार समाजवाद को अवसरवाद में बदलने का कीर्तिमान स्थापित कर बिहार की सत्ता से नीति, सिद्धांत को हटाने का कार्य किया है, जिससे बिहार की जनमानस भी शर्मशार है।
नेताओं ने कहा कि बिहार में महा गठबंधन की सरकार विगत 17 माह में सहयोगी दालों के दबाव में लाखो, लाख की संख्या मे रोजगार देने का जो ऐतिहासिक काम हुआ है, जिसकी चर्चा संपूर्ण देश में हो रही है।