देश, काल, दिशा, पात्र के अनुसार निर्णय लेने वाला बुद्धिमान – जीयर

चंद्रमोहन चौधरी ।

बिक्रमगंज प्रखंड के बरना में आयोजित श्री लक्ष्मी महायज्ञ के दूसरे दिन लक्ष्मी प्रपन्न श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि देश ,काल दिशा, पात्र के अंतर्गत निर्णय लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान होता है। किताबी ज्ञान अर्जन करना अथवा किसी विषय वस्तु का ज्ञानी होना दूसरी बात है। ऐसे व्यक्तियों को बुद्धिमान की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता।

इसके संदर्भ में उन्होंने श्रीमद् भागवत तथा रामायण सहित अन्य धर्म ग्रंथो के प्रसंग को रखा। इसके साथ ही धर्म और कथा को मानव का मूल पूंजी बताया। इसके अभाव में सांसारिक समृद्धि को महत्वहीन बताते हुए स्वामी जी ने कहा कि जिस व्यक्ति में धर्म, संस्कृति, सभ्यता और मर्यादा का अभाव हो वह व्यक्ति सांसारिक सुख का भोग नहीं कर सकता। आत्मा में सत्कर्म का निवास नहीं हो तो मानव शरीर का कोई महत्व नहीं है। इसके लिए मनुष्य को अपने जीवन काल में धर्म तथा धर्म के लिए कथा से जुड़े रहने का उन्होंने निवेदन किया।

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