लुटूआ में पूल निर्माण कार्य में लगे मुंशी को नक्सलियों किया अगवा, 24 घंटे के अंदर मांगी है 30 लाख की लेवी लीवर की डिमांड नहीं देने पर जान से करने के लिए आधार 24 घंटे के बाद भी पुलिस के हाथ खाली, अभी भी नक्सलियों की कब्ज में है मुंशी मुंशी का सुराग पाने के लिए सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन जारी
संवाददाता,
शेरघाटी/इमामगंज। गया जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाका लुटूआ थाना क्षेत्र के असुराइन गांव में पुल निर्माण कर में लगे मुंशी 30 लाख की लेवी की डिमांड को लेकर नक्सलियों ने अगवा कर लिया है। दरअसल रविवार की रात को नक्सलियों द्वारा अगवा किए गए कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी झारखंड के रहने वाले शाहबाज खान का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। घटना के 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अगवा मुंशी को मुक्त करने में काफी दूर नजर आ रही है। नक्सलियों ने 24 घंटे के अंदर 30 लाख रुपए की लेवी की डिमांड की है। लेवी की रकम नहीं देने पर ही कंस्ट्रक्शन कंपनी के मुंशी को छोड़ने अन्यथा जान मारने की धमकी दी है। इधर, इस तरह की घटना की जानकारी मिलने के बाद गया एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी हिमांशु समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
लुटूआ थाना क्षेत्र की है घटना
यह घटना लुटूआ थाना क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार लुटूआ थाना अंतर्गत भूसिया जंगल में असुराइन जाने के मार्ग में बीती रात्रि को हथियार से लैस नक्सली आए थे। नक्सलियों के दस्ते ने तीन मुंशी को पकड़ा और उन्हें असुराइन जंगल की ओर लेकर चले गए। इस दौरान तीनों मुंशी के साथ नक्सलियों के द्वारा मारपीट की गई। अगवा मुंशी में जनक सिंह, अर्जुन यादव और शाहबाज खान जो धनबाद निवासी शामिल थे। बाद में नक्सलियों ने जंगल में ले जाकर दो मुंशी अर्जुन यादव और जनक सिंह को छोड़ दिया। किंतु शाहबाज खान को अपने साथ कब्जे में लेकर लेकर चले गए हैं।
30 लाख की मांगी लेवी
इस संबंध में नक्सलियों के चंगुल से मुक्त हुए मुंशी जनक सिंह, अर्जुन यादव ने बताया कि यह घटना रविवार की रात 8 बजे के आसपास की है। हथियार से लैस कुछ नक्सली आए थे। उन्होंने हमें पकड़ा और हथियार सटाकर उड़ा देने की धमकी दी। इसके बाद मोबाइल छीन लिए। नक्सली उन्हें असुराइन जंगल की ओर ले गए। असुराइन पहाड़ के पास ले जाकर काफी मारपीट की और फिर तीन में से दो को मुक्त कर दिया। साथ ही कहा तुम ठेकेदार को बोल देना कि जो उत्तरी बिहार का 20 लाख में बकाया पैसा है वह और 30 लख रुपए इस पुल का पहुंचने के लिए बोल दो, फिलहाल इस पुल का 30 लाख रुपया देने के लिए बोल देना यदि 30 लाख रुपया की लेवी दोगे, तो शाहबाज खान को छोड़ा जाएगा, नहीं तो उसे जान से मार देंगे। 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। वही इस विषय में किसी को बताने पर उन दोनों मुंशी को भी नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई है। वहीं दोनों मुक्त मुंशी भी घटना के बाद दहशत में है।
पुल निर्माण में लगे थे
जानकारी के अनुसार पुल निर्माण कार्य में तीनों मुंशी लगे थे। इसी बीच बीती रात यह घटना हुई है। मुक्त दोनों मुंशी के अनुसार नक्सलियों ने विवेक यादव का दस्ता बताया है। कहा है, कि एक महीने पहले चिट्ठी भेजी थी, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद इस तरह की घटना की गई है। 24 घंटे में पैसा लेकर आए तो ठीक नहीं तो जान मारने की धमकी दी है। वहीं, प्रशासन को सूचना देने पर नुकसान पहुंचाने की भी बात हम दोनों के लिए कही है। वही घटना के संबंध गया एसएसपी आशीष भारती ने कहा खुद घटना स्थल पर पहुचे और पूरे मामले की जानकारी लेते हुए अर्धसैनिक बलों की मदद से अपहृत शाहबाज खान को ढूंढने में जंगल में सर्च अभियान चला जा रही है।जल्द नक्सलियों को कब्जे से अगवा मुंशी को बरामद कर लिया जाएगा। फिलहाल सही फूलों पर जिला पुलिस एवं केंद्रीय सुरक्षा वालों के जवान लगे हुए हैं। इस घटना के ऑपरेशन की जिमा गया सिटी एसपी हिमांशु कुमार और इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार को दिया गया है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर कार्रवाई कर रही है।