डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर संघ का दुसरे दिन भी सांकेतिक हड़ताल जारी, कार्यालयों में पसरा सन्नाटा
दिवाकर तिवारी,
रोहतास। सेवा समायोजन की एकल मांग को लेकर बिहार राज्य डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर संघ पटना के आह्वान पर दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर बैठे डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने बुधवार को दूसरे दिन भी अपनी मांगों के समर्थन में जमकर आवाज बुलंद की। सांकेतिक हड़ताल को संबोधित करते हुए संघ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि विगत दो दशक से लगभग 20 हजार कर्मी पूरे प्रदेश में कार्य करते आ रहे हैं। लेकिन बिहार सरकार द्वारा आज तक सेवा शर्त नियमावली का गठन नहीं किया गया। जिसके चलते कर्मीयों की सेवा सुरक्षित नहीं है। संघ सरकार से मांग करती है कि कार्य दक्षता एवं महत्ता को देखते हुए सभी कर्मियों को जल्द से जल्द सेवा समायोजित कर नियोजित कर्मचारी घोषित करें। ताकि कर्मीयों के परिवार एवं बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित हो सके। अगर सरकार संघ की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो अगले माह से सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं। इस दौरान सांकेतिक हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की तथा हाथों में बैनर तख्ती लिए अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखा। इधर जिले के प्रत्येक कार्यालयों में कार्यरत प्रोग्रामर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, स्टेनोग्राफर, आई ब्यायस एवं आईटी गर्ल्स के जिला समाहरणालय रोहतास के समक्ष हड़ताल पर बैठने से लगभग सभी कार्यालयों में दुसरे दिन भी कार्य बाधित रहा। जिससे लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। सांकेतिक हड़ताल के दौरान जिला अध्यक्ष राजू कुमार, जिला सचिव मिथिलेश कुमार, कोषाध्यक्ष हनुमान शर्मा, देवेंद्र चौबे, धर्मराज सिंह, अक्षय कुमार, अनिल कुमार, निशांत कुमार, सनोज कुमार, शांतनु कुमार, राजीव कुमार शर्मा, अमरेश कुमार, राहुल कुमार, रवि कुमार, मनीष कुमार, रंजीत तिवारी, कयामुद्दीन खान, कौशल्या कुमारी, आशा कुमारी, दुर्गा कुमारी, पूनम कुमारी, रेखा कुमारी सहित काफी संख्या में कर्मी मौजूद रहे।