जनसंख्या नियंत्रण हेतु परिवार नियोजन के विकल्पों को अपनाने की तीव्र आवश्यकता- एसीएमओ
दिवाकर तिवारी ।
पुरुष नसबंदी सह परिवार नियोजन मेले का एसीएमओ ने किया उद्घाटन, सारथी रथ रवाना।
रोहतास। आज पूरा भारत बढ़ती जनसंख्या की गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। जिसे संतुलित करने के लिए परिवार नियोजन के विकल्पों को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने की तीव्र आवश्यकता है। तभी खुशहाल समाज का निर्माण किया जा सकता है। उक्त बातें अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार ने सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में पुरुष नसबंदी सह परिवार नियोजन मेले के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के माध्यम से ही हम समृद्ध परिवार एवं समाज का निर्माण कर सकते हैं। बेहतर प्रजनन, स्वास्थ्य एवं जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए परिवार नियोजन साधनों की उपयोगिता महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसको लेकर सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। लेकिन सरकारी प्रयासों के इतर सामुदायिक सहभागिता भी परिवार नियोजन कार्यक्रमों की सफलता के लिए बेहद जरूरी है। दो बच्चों में अंतराल एवं शादी के बाद पहले बच्चे के जन्म में अंतराल रखने की सोच के बाद भी महिलाएं परिवार नियोजन साधनों का इस्तेमाल नहीं कर पाती है। जिससे अनचाहे गर्भ में वृद्धि होती है और इसके पीछे आम लोगों में परिवार नियोजन साधनों के प्रति जागरूकता का आभाव प्रदर्शित होता है। जिसे दूर करना अति आवश्यक है। लोगों से अपील करते हुए एसीएमओ ने कहा कि अधिक से अधिक लोग 27 नवंबर से 16 दिसंबर तक चलने वाले पुरुष नसबंदी पखवाड़े के माध्यम से अपने नजदीकी अस्पताल पहुंच कर परिवार नियोजन के उपायों को अपनायें। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चलाए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से स्वास्थ्य कर्मी लोगों को परिवार नियोजन के लिए प्रेरित करेंगे। इस दौरान लोगों को परिवार नियोजन के सरल उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी तथा मालाडी की गोलियां, कंडोम, कापर-टी, पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण, गर्भनिरोधक इंजेक्शन आदि सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
बता दें कि जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा 27 नवंबर से 16 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी सह परिवार नियोजन मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 27 नवंबर से 3 दिसम्बर तक सभी योग्य दम्पतियों से संपर्क किया जायेगा तथा 4 दिसम्बर से 16 दिसम्बर तक सेवा सप्ताह मनाया जाएगा। वहीं विभागीय दिशानिर्देश के आलोक में एसीएमओ ने जिले के सभी प्रखंडों में सारथी रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसके माध्यम से आम लोगों के पुरुष नसबंदी संबंधी मिथक को तोड़ते हुए उन्हें जागरूक किया जाएगा। मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक अजय कुमार, जिला लेखा प्रबंधक अभिजित गौरव, जिला योजना समन्वयक संजीव मधुकर, पीरामल फाउंडेशन से डॉ अर्जुन, हेमन्त कुमार, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।