जिला परिषद गया की सामान्य बैठक में पूर्व मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार भी मौजूद रहे
मनोज कुमार ।
आज ।जिला परिषद गया की स्मान्य बैठक में पूर्व मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार भी मौजूद रहे बैठक के दौरान मा० विधायक ने कहा कि गया जिले के सभी प्रखंडों में सुखाड़ की स्थति उत्पन्न हो गई है।समय से कम वर्षा होने के कारण जो धान की रोपनी की गई है।अधिकांशतः धान का बिचड़ा पानी के आभाव में तेजी से सुख रहा है और जमीन में दरार भी हो रहे हैं।सभी चापाकाल बंद पड़े हैं। जिससे लोगों को पीने की पानी का भी समस्या उत्पन्न हो रही है।आवश्यकतानुसार बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बिजली कुछ घंटे मिलने के बावजूद भी कम वोल्टेज के कारण सिंचाई एवं पीने के पानी का भी संकट आ गए हैं। किसान त्राहिमाम कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा का समय पर न होना। बारिश न होना ये कृषि के लिए खतरे की घंटी है।पूरी दुनिया पर जलवायु परिवर्तन का असर दिख रहा है। मा० विधायक ने अपने प्रस्ताव में कहा की गया जिले को सुखाड़ ग्रस्त घोषित किया जाए जिसे जिला परिषद के मा०अध्यक्ष श्रीमती नैना देवी, मा०उपाध्यक्ष सितल यादव सहित सभी मा० जिला परिषद सदस्यों के द्वारा वा मा० प्रखंड प्रमुखों के द्वारा ध्वनिमत से किया गया।इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया। बता दें कि आज की बैठक में 29 विभाग के अधिकारियों को शामिल होना था लेकिन मात्र आधे विभागों के अधिकारी की उपस्तिथि हुई ,जो की लोकतंत्र के लिए चिंता की विषय है।साथ ही साथ विभिन्न योजनाओं को पूरा होने के बावजूद भुगतान नहीं होना,विकास को बाधित करना है।जिला परिषद के सदस्यों ने
कहा की अभियंताओं के कमी से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। मा० विधायक ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं में राशि उपलब्ध कराने के बावजूद विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इससे गया जिला विकास के दौर में पिछड़ रहा है। मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं की जिला परिषद के बैठक में 29 विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित हो वा अभियंताओं के रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरें जाए ताकि विकास की गति तेज हो सके एवं गया जिले को सुखाड़ ग्रस्त घोषित किया जाए।बंद चापाकालों को चालू किया जाए वा किसानों के लिए आकस्मिक फसलों की व्यवस्था कराई जाए।