छात्र जदयू ने गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में संस्थापिका सावित्री महाजन की प्रतिमा लगाने की मांग की

धीरज ।

गया। मगध विश्वविद्यालय बोधगया के छात्र जदयू के अध्यक्ष यश वर्मा उर्फ उत्तम कुशवाहा ने गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय के संस्थापक प्रधानाचार्य सावित्री महाजन की प्रतिमा लगाने की मांग विश्वविद्यालय के कुलपति से की है। उन्होंने अपने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि एक एसी महिला जिन्होंने उस वक्त स्त्री शिक्षा के लिए महिला कॉलेज की स्थापना के लिए सपने देखी थी। जिस वक्त महिलाओं को घर से निकलने तक की आजादी नहीं थी। और मात्र 10 लड़कियों के साथ गौतमबुद्ध महिला महाविद्यालय की स्थापना सन 1953 में की और आज देखते देखते इसके 70 साल बीत गए लेकिन महाविद्यालय में आज तक न तो इनके नाम से एक भवन है। न एक प्रतिमा यहां तक कि इनकी तस्वीर और नाम तक महाविद्यालय के प्रोस्पेक्टस से हटा दिया गया है।
आखिर 60 के दशक में विद्या की अलख जगाने वाली समाज सुधारक महिला के साथ ऐसा अन्याय क्यों..???
क्यों महाविद्यालय प्रशासन उनकी कार्यों को उनके बलिदानों को भुलाना चाहती है।
उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि वर्ष 1953 में कॉलेज की स्थापना में शिक्षा के क्षेत्र में संघर्षशील रही सावित्री महाजन जी का अतुलनीय योगदान रहा है। उनके योगदान को वर्तमान प्राचार्य डॉ जावेद अशरफ के द्वारा विस्मृत करने का कुचक्र किया जा रहा है। कॉलेज के शिक्षकों द्वारा उनकी उपेक्षा की जा रही है। वार्षिक पत्रिका गरिमा के पृष्ठ पर उन्हें श्रद्धांजलि तक नहीं दी गई। कॉलेज में उनकी एक भव्य प्रतिमा और उनके नाम से भवन बनाई जाय। इसके साथ ही महाविद्यालय के प्रोस्पेक्टस के प्रथम पृष्ठ पर संस्थापिका सावित्री महाजन की जीवनी के साथ तस्वीर प्रकाशित करने की मांग की है ताकि इनके किए गए ऐतिहासिक कार्यों से छात्राओं को प्रेरणा मिल सके।

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