तमिलनाडु एसआरएलएम के अधिकारियों ने गया में जीविका दीदियों से संवाद कर एसजेवाई कार्यक्रम का अवलोकन किया

मनोज कुमार ।

गया, बिहार सरकार की सतत जीविकोपार्जन योजना (एसजेवाई) के तहत गरीबी उन्मूलन और ग्रामीण विकास के प्रयासों का अध्ययन करने के लिए तमिलनाडु राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) के अधिकारियों ने गया के बोधगया और मानपुर प्रखंडों का दौरा किया। मानपुर टीम में तमिलनाडु एसआरएलएम की अतिरिक्त मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सुश्री मुथुमीनल, बीआरएसी, प्रादन, क्रिप्स और बंधन कोन्नगर के प्रतिनिधि शामिल थे।कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने पंचायत सरकार भवन इलरा (बोधगया) और नानौक (मानपुर) में समुदाय के सदस्यों और जीविका दीदियों से संवाद किया। उन्होंने एसजेवाई योजना के तहत लाभार्थियों के चयन, सत्यापन, स्वरोजगार के लिए परिसंपत्ति हस्तांतरण, और सामुदायिक संगठनों की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। बोधगया और मानपुर के आदर्श क्लस्टर संकुल संघ (सीएलएफ) में उन्होंने सामाजिक कार्य समिति, खरीद समिति, और स्वास्थ्य उपसमिति जैसे विभिन्न समितियों के कार्यों को समझा।

इस दौरान जीविका दीदियों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि एसजेवाई योजना ने उनके जीवन में क्या सकारात्मक बदलाव लाए हैं। तमिलनाडु एसआरएलएम की सुश्री मुथुमीनल ने मानपुर में जीविका दीदियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वे इन पहलों को अपने राज्य में भी साझा करेंगी।बोधगया और मानपुर में आयोजित इमर्शन एंड लर्निंग एक्सचेंज (आईएलई) कार्यक्रम के तहत अधिकारियों ने लाभार्थियों से जुड़े सवाल पूछे, जिनका सामुदायिक सदस्यों ने प्रभावी और उत्साहजनक उत्तर दिए। प्रतिनिधियों ने बिहार सरकार की इन पहलों की सराहना करते हुए कहा कि यह मॉडल गरीबी उन्मूलन और ग्रामीण विकास के लिए अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक है।मानपुर में आयोजित कार्यक्रम में सुश्री मुथुमीनल के साथ बीआरएसी की राधिका, बंधन कोन्नगर की दीपा गुप्ता, और जीविका जिला कार्यालय से विमलेश विक्रांत, दिनेश कुमार, गौतम कुमार, जय राम सिंह, बीपीएम शुभराज प्रियदर्शी और प्रखंड टीम उपस्थित थे। बोधगया में तमिलनाडु एसआरएलएम की टीम के साथ अनुपम जाना, कुंदन लाल साह, प्रमोद कुमार, दिवेश कुमार, जुली कुमारी, भास्कर कुमार और प्रखंड जीविका कर्मी उपस्थित रहे।

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