15 लाख रुपए के सोने की रंगदारी मांगने वाला आरोपी 72 घंटे में गिरफ्तार, डीएसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। जिले के सासाराम मुफस्सिल थाने की पुलिस ने रंगदारी के रूप में 15 लाख रुपए के सोना मांगने के एक मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 72 घंटे के अंदर हीं मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत नांद गांव निवासी चंदेश्वर राम का 22 वर्षीय पुत्र जय कुमार है। जिसके पास से पुलिस ने एक मोबाइल भी बरामद किया है। मामले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सासाराम – दो कुमार वैभव ने सासाराम मुफस्सिल थाने में शनिवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बीते 25 सितंबर को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बैजला गांव निवासी 35 वर्षीय मनीष कुमार द्वारा थाने को एक लिखित सूचना दी गई कि उनके व्हाट्सएप पर संदेश एवं वीडियो भेज कर 15 लाख रुपए का सोना रंगदारी के रूप में मांगा जा रहा है। रोहतास पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और पीड़ित मनीष कुमार के आवेदन पर कांड दर्ज कर पुलिस अधीक्षक रोहतास को सूचना दी। उन्होंने बताया कि रोहतास एसपी के निर्देश पर कांड के सफल उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु हमारे नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया तथा जिला आसूचना इकाई के सहयोग से कांड में संलिप्त अपराधी को 72 घंटे के अंदर हीं बिक्रमगंज से गिरफ्तार कर लिया गया। डीएसपी 2 ने बताया कि जिस मोबाइल से रंगदारी की मांग की गई थी उस मोबाइल को जप्त कर लिया गया है तथा गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा भी पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार किया गया है। टीम में मुफस्सिल थानाध्यक्ष रौशन कुमार, जिला आसूचना इकाई डेहरी के प्रभारी राहुल कुमार, एस आई नितेश कुमार व अन्य शामिल रहे।

आरोपी ने फिल्मी स्टाइल में मांगी रंगदारी

मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी जय कुमार द्वारा पीड़ित मनीष कुमार से 15 लाख रुपए तक का सोना ऐंठने के लिए फिल्मी तरीका अपनाया गया। पीड़ित को भेजें लिखित एवं वीडियो संदेश में आरोपी द्वारा 10 दिनों के अंदर बी एड कॉलेज के समीप स्थित ट्रांसफार्मर के ठीक बगल के एक खंडहर में सफेद पत्थर के नीचे सोना रखने की बात कही गई। साथ हीं आरोपी ने कहा कि अगर 10 दिनों के अंदर सोना नहीं रखा तो तुम्हें एवं तुम्हारे भाई को गोली मार कर हत्या कर दिया जाएगा। वहीं पुलिस के समक्ष अपने स्वीकारोक्ति बयान में आरोपी ने बताया कि उसके मां-बाप द्वारा काफी कर्ज लिया गया था। जिसके कारण लोग उसके घर पर पैसे की मांग के लिए बराबर आते थे और इससे वह काफी अपमानित महसूस करता था। उसने बताया कि मनीष कुमार के गांव में भाई की शादी होने के कारण उनसे पूरी तरह परिचित था और कर्ज लौटाने के उद्देश्य से इस घटना को अंजाम दिया।