भगवान विश्वकर्मा के फोटो को एडिट कर पीएम मोदी की फोटो लगाना विश्वकर्मा समाज का अपमान:मुकुल आनंद विश्वकर्मा

विशाल वैभव,

गणतांत्रिक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्वकर्मा समाज के वरिष्ठ नेता मुकुल आनद विश्वकर्मा ने दो दिनों से सोशल मीडिया सहित कई टीवी चैनल्स पर पटना के वेद स्कूल में भाजपा नेता कृष्ण सिंह कल्लू की अगुवाई में पीएम नरेंद्र मोदी को भगवान विश्वकर्मा की तरह पूजा किए जाने की कड़ी भर्त्सना की है।विदित हो कि राजधानी में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी की भगवान विश्वकर्मा जैसी पेटिंग बनवाकर विश्वकर्मा पूजन दिवस 17 सितंबर को उनकी पूजा-अर्चना की गयी थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।पूजा स्थल पर मौजूद लोगों ने पीएम मोदी की भगवान विश्वकर्मा के स्वरूप वाली पेटिंग की गयी तस्वीर का दूध से अभिषेक किया और तिलक लगा कर आरती भी की गयी।
श्री आनंद ने कहा भाजपा नेता कृष्ण सिंह कल्लू के नेतृत्व में संपूर्ण ब्रह्मांड के सृष्टि के निर्माता भगवान विश्वकर्मा की जगह नरेंद्र मोदी का चेहरा लगाकर पूजा अर्चना किया जाना न केवल नीच सोच और घटिया हरकत को दर्शाता है बल्कि मनुवादियों की ओछी चाटुकारिता की बू आती है।पिछले वर्ष बिस्फी विधानसभा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने भी अपने शीर्ष आकाओं को खुश करने के लिए चापलूसी पराकाष्ठा को पार कर दिया था।हमारे आराध्यदेव विश्वकर्मा जी के फोटो को नरेंद्र मोदी के चेहरे से लगाकर विश्वकर्मा समाज को अपमानित करने का काम किया था।
भगवान विश्वकर्मा ने सृष्टि का निर्माण किया,सोने की नगरी लंका को बनाया।जब जरूरत पड़ा तो द्वारिका का निर्माण किया।इतना ही नहीं समृद्धि और वैभव का सदा प्रतीक रहे भगवान विश्वकर्मा ने संकट की घड़ी में जब देवताओं को दानवों के बीच युद्ध की स्थिति आई,वैसे समय में अस्त्र और शस्त्र का निर्माण देवताओं के लिए किया। सुई से लेकर हवाई जहाज तक या उस जमाने का पुष्पक विमान भला इसका निर्माण किसने किया।कृष्ण सिंह कल्लू को सनातन का तनिक भी ज्ञान होता तो अपने इस मूर्खतापूर्ण कार्य को अंजाम नहीं देता।नरेंद्र मोदी जी ने किस चीज का निर्माण किया,किस चीज का आविष्कार किया।भगवान विश्वकर्मा से एक आम आदमी की तुलना किया जाना न केवल विश्वकर्मा समाज से ताल्लुकात रखने वाले लोगों का अपमान है बल्कि हमारे देश के उन इंजीनियरों का भी अपमान है जो इतना मेहनत करके हमारे देश को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निर्माण के कार्य में लगे हुए हैं।उनके तुच्छ राजनीति और घटिया मनोवृति के कारण आज पूरा विश्वकर्मा समाज अपमानित और शर्मसार महसूस कर रहा है।परमपिता भगवान विश्वकर्मा की तुलना ऐसे व्यक्ति से किया गया है जिन्होंने न तो किसानों को,न हीं जवानों को,न हीं युवाओं को छोड़ा है।भगवान विश्वकर्मा का स्थान कोई आम व्यक्ति नहीं ले सकता।तुलना करने वाले ऐसे व्यक्ति या तो मानसिक रूप से विक्षिप्त है या मूर्खता के दलदल में पड़ा हुआ है।
भारतीय विश्वकर्मा महासंघ भाजपा शीर्ष से अनुरोध करती है ऐसे लोगो को पार्टी से निष्कासित करे एवम ऐसे कृत्य में शामिल कृष्ण सिंह कल्लू अगर 24 घंटे के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते,तो उन पर भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के द्वारा कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।