फुलवरिया डैम के प्राकृतिक सौंदर्य को देख मोहित हुए जिला प्रभारी मंत्री,जल्द विकसित होगा पर्यटन स्थल

संतोष कुमार,रजौली

 

प्रखण्ड के हरदिया पंचायत अंतर्गत फुलवरिया डैम का निरीक्षण रविवार की देर शाम को बिहार सरकार के पर्यावरण,वन एवं जलवायु मंत्री सह नवादा जिला प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने किया।फुलवरिया डैम के प्राकृतिक सौंदर्य को देख मोहित हो गए एवं कहा कि जल्द ही पर्यटन विभाग द्वारा ककोलत जल प्रपात एवं झारखण्ड के तिलैया डैम के तर्ज पर फुलवरिया डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।इस मौके पर डीडीसी नवादा दीपक कुमार मिश्रा,डीएफओ संजीव रंजन,एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष,एसडीपीओ गुलशन कुमार,भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता,रजौली मंडल अध्यक्ष गौरव शांडिल्य गगन,नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रमोद कुमार चन्द्रवंशी,विमल राजवंशी एवं रंजन कुमार बब्लू के अलावे दर्जनों महिला एवं पुरुष कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।प्रभारी जिला मंत्री ने कहा कि रजौली स्थित फुलवरिया डैम प्राकृतिक गोद में बसा हुआ है।डैम के दोनों ओर पहाड़ एवं घना जंगल है।डैम के पास मात्र खड़े रहने से शीतल हवाएं मन को मोह लेती है।इस डैम को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर पर्यटन विभाग के एमडी को कॉल करके जल्द से जल्द पर्यटन स्थल बनाने हेतु आवश्यक कदम उठाने को निर्देशित किया है।साथ ही डीएफओ एवं डीडीसी को पर्यटन स्थल बनाने से सम्बंधित विषयों को जिलाधिकारी को सुपुर्द करने की बात कही है।ताकि फुलवरिया डैम को पर्यटन स्थल बनाने में अब और देरी न हो।हालांकि उन्होंने कहा कि जल्द ही फुलवरिया डैम में फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगने वाला है,जिससे रजौली वासियों को बिजली को लेकर काफी सुविधा मिलेगी।

 

फोरलेन में गुणवत्ताविहीन निर्माण एवं पेड़ों के कटाव को लेकर जांच के दिये आदेश

जिला प्रभारी मंत्री से फोरलेन निर्माण में बरते जानी वाली अनियमितता के बारे में पूछे जाने पर डीडीसी को पटना स्थित एनएचएआई को पत्राचार कर सड़क निर्माण में गुणवत्ता की जांच एवं सड़क के दोनों ओर पेड़ों के नहीं रहने से सम्बंधित बात कहने को निर्देशित किया।

अनुमंडलीय अस्पताल के डीएस को जल्द मिलेगा वित्तीय प्रभार

मुख्यालय स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में प्रभारी डीएस के रूप में डॉ. दिलीप कुमार विगत कई वर्षों से पदस्थापित हैं,जिन्हें अबतक वित्तीय प्रभार नहीं दिया गया है।जिससे अस्पताल के कई कार्यों को करने में काफी परेशानी होती है।वहीं प्रभारी डीएस के निर्देशों का अक्सर पदस्थापित चिकित्सकों द्वारा अवहेलना किया जाता है।साथ ही अस्पताल में पदस्थापित कुछ चिकित्सकों द्वारा जीएनएम समेत अन्य कर्मियों को बेवजह परेशान किया जाता है।वहीं अनुमंडलीय अस्पताल में ट्रामा सेंटर का बोर्ड लगा दिया गया है,किन्तु सुविधाएं नदारद है।अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक दुर्घटनाग्रस्त एवं अन्य मरीजों का प्राथमिक इलाज कर तुरंत रेफर कर देते हैं।जिससे आमलोगों के मन में यह बात बार-बार घूमते रहती है कि इतना बड़ा अस्पताल और व्यवस्था के नाम पर सन्नाटा पसरा हुआ है।इस बाबत पर जिला प्रभारी मंत्री ने डीडीसी को सख्त निर्देश दिया कि इन बिंदुओं पर जांच करके जनसमस्या का निवारण करने को निर्देशित किया है।

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