सभी दिव्यांग मतदाता जो मतदान केंद्र आये थे, व्हीलचेयर एव रैम्प का भरपूर प्रयोग किया

मनोज कुमार ।

गया, 23 अप्रैल 2024, लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के अवसर पर गया जिला में पूरी स्वछ, निष्पक्ष एव शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कार्य 19 अप्रैल को संपन्न हो चुका है। इस चुनाव में चाहे होम वोटिंग हो या बूथ पर आकर मतदान हो, चाहे वह दिव्यांग हो चाहे वह अति बुजुर्ग व्यक्ति हो, सभी के लिए ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी सह ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा व्यवस्थाओ का काफी गंभीरता से निगरानी रखा गया था, जिसका फलाफल आया कि सभी बूथों पर पर्याप्त व्यवस्थाएं एव सुविधाएं उपलब्ध रही। और बूथ पर आने वाले सभी दिव्यांग एव ओल्ड ऐज (95वर्ष) मतदाताओं पूरी सुलभता से अपना मत का प्रयोग किया है।
इसी कड़ी में जानकारी देना चाहेंगे कि होम वोटिंग की व्यवस्था काफी अच्छी व्यवस्था इस बार की गई थी। निर्वाचन आयोग के गाइडलाइंस के अनुसार होम वोटिंग के लिये 95 वर्ष या उससे ऊपर उम्र वाले मतदाताओं को ऑप्शन दिया गया था एव 40% या उससे ऊपर दिव्यांग मतदाताओं को भी होम वोटिंग का ऑप्शन था। गया संसदीय क्षेत्र में लगभग 555 की संख्या में भुजुर्ग मतदाता एव दिव्यांग मतदाता ने होंम वोटिंग का ऑप्शन चुना था। जिसमे मुख्य रूप से आमस में 15, शेरघाटी में 22, डोभी में 12, मोहनपुर में 24, बाराचट्टी में 28, बोधगया में 24, टनकुप्पा में 20, फतेहपुर में 15, गया नगर में 43, बेलागंज में 24, मानपुर में 19, वजीरगंज में 15 सहित अन्य प्रखंड एवं विधानसभा वार मतदाता शामिल थे।
होम वोटिंग की चुने गए ऑप्शन के बाद प्राप्त आवेदनो पर सहायक निर्वाची निबंधन पदाधिकारी द्वारा उक्त मतदाताओं से उम्र एव दिव्यांगता प्रमाण पत्र सहित अन्य आवश्यक कागजात की प्रतिवेदन की मांग भी गयी थी। तदोपरांत जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा स्क्रूटनी की गई, उसमे पात्र मतदाताओं को होंम वोटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये मतदान दल जो संबंधित विधानसभा क्षेत्र के पड़ने वाले प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा उक्त मतदाताओं के घर पहुच कर पूरी गोपनीयता बनाते हुए घर पर ही मतदान की सभी प्रक्रिया एव सुविधा को पहुचाकर उन सभी पात्र इक्षुक़ दिव्यांग मतदाताओं एव अति भुजुर्ग मतदाओं से होंम वोटिंग करवाने का कार्य काफी सफलतापूर्वक संपन्न किया गया था। होंम वोटिंग वाले मतदाताओं ने इस व्यवस्था को काफी सराहा भी है।


इसके अलावा हम बताना चाहेंगे कि दिव्यांग मतदाताओं के लिये सभी मतदान केंद्रों पर पूरी व्यवस्था की गई थी, ताकि उन मतदाताओं को मतदान केंद्र पहुचने एव वोट देने में कही कोई दिक्कत नही हो सके। इसके लिये सभी बूथों पर व्हील चेयर एव रैम्प की व्यवस्था की गई थी।
विदित हो कि हर बूथ पर व्हीलचेयर उपलब्ध रखी जाय, इसके लिये डीएम ने माइक्रो लेवल पर प्लानिंग किया था, हर सरकारी विद्यालय से मतदान केंद्र को टैग किया गया था। जिसका फलाफल रहा कि हर बूथ पर दिव्यांग मतदाताओं के लिये व्हील चेयर की व्यवस्था दुरुस्त रही।
अब बात करते हैं सभी मतदान केंद्रों में रैम्प की। सभी मतदान केंद्रों पर रैम्प उपलब्ध रहे इसके लिये ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में टीम बना कर सभी बूथों में रैम्प की उपलब्धता का आकलन करवाया गया था, जिसका फलाफल मिला कि 3254 बूथ में 277 बूथ में रैम्प नही थे। जिसे सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी के माध्यम से लगातार फॉलोअप करवाकर शतप्रतिशत मतदान केंद्रों में रैम्प की सुविधा मुहैया करवाई गई। सभी दिव्यांग मतदाता जो मतदान केंद्र आये थे, व्हीलचेयर एव रैम्प का भरपूर प्रयोग किया है।