कचरा जलाने से फैल रहा प्रदूषण,धुएं से लोगों का जीना हुआ दूभर,अफसर बेखबर
संतोष कुमार .
नगर पंचायत के कचरों का निस्तारण विगत तीन वर्षों से हरदिया ग्राम पंचायत के अनुमण्डल कार्यालय परिसर के पीछे बेरोकटोक किया जा रहा है।जबकि अनुमण्डल कार्यालय में रहने वाले एसडीओ,एसडीपीओ,डीसीएलआर,पीजीआरओ समेत दर्जनों अफसर इससे बिल्कुल बेखबर हैं।लोगों ने आरोप भी लगाया कि सभी अफसर अपने एयर कंडीशनर रूम में रहकर काम करते हैं।शायद इसलिए वे जलते हुए कचरे एवं उससे निकलने वाले जहरीली एवं दुर्गंधयुक्त धुएं से अंजान हैं।नगर पंचायत बनने से एक तरफ नगरों में साफ-साफ को बढ़ावा मिला है,तो दूसरी ओर ग्रामीणों को दूषित वातावरण में रहने के लिए छोड़ दिया गया है।हरदिया क्षेत्र धुएं में डूबा हुआ है।ऐसी स्थिति में सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। साथ ही हवा चलने पर बदबू और धुआं घरों के अंदर आ रहा है। जिससे घर के भीतर रुकना भी मुश्किल हो गया है।वहीं इस संबंध में नगर पंचायत के जनप्रतिनिधिओं और अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा अवगत भी कराया गया है।लेकिन उसके बाद भी स्थिति अभी तक जस की तस बनी हुई है।हरदिया के सुबोध कुमार,मनोज बंसल,सुरेश सिंह,अजय कुमार,अमरजीत सिंह,जानकी यादव,मुन्ना सिंह, दीनदयाल यादव,जयपाल यादव,गणेश मिस्त्री व सुधीर कुमार समेत द्वारा दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि वे अपने परिजनों के साथ दूषित वातावरण में रहने को मजबूर हैं।बीते तीन वर्षों से गांव के कई लोग आंखों से सम्बंधित विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रसित हो चुके हैं।दूषित वातावरण के कारण ग्रामीणों को बेवजह आर्थिक मार भी पड़ रहा है।वहीं पवन सिंह ने कहा कि कचरे के जलने से मेले के आसपास क्षेत्र में 24 घंटे धुआं छाया रहता है।साथ ही यहां पर 24 घंटे बदबू आती रहती है।ऐसी स्थिति में घर के अंदर रुकना भी मुश्किल हो गया है।अगर आगे भी यही हाल रहा तो मुझे आपने परिवार सहित गांव छोड़कर कहीं और रहना पड़ेगा।
स्वास्थ्य के लिए घातक है-चिकित्सक
पीएचसी प्रभारी डॉ सौरभ कुमार निराला ने बताया कि कचरा में आग लगाने एवं नाले में सड़ रहे कचरे से हानिकारक गैस मिथेन, सल्फर, कार्बन डाय आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड निकलते हैं,जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है और ओजोन परत को क्षति पहुंचाता है।ये गैस मानव शरीर के लिए खतरनाक व जानलेवा है।इससे कैंसर, जेनेटिक डिजीज, चर्म रोग, सांस की बीमारी, एनिमिया, दांत, दमा, टीबी जैसी बीमारी होती है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी-
इस बाबत पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी राजेश ने कहा कि कचरे के निस्तारण हेतु रजौली सीओ से दो एकड़ भूमि की मांग की गई है।किंतु अबतक उन्हें भूमि उपलब्ध नहीं कराई गई है।जिसके कारण कचरे को अनुमण्डल कार्यालय के पीछे डंप किया जा रहा है।