लोकतंत्र का महापर्व का प्रथम चरण का मतदान कड़ी सुरक्षा व पुलिस छावनी के बीच शांतिपूर्ण तरीके से हुआ संपन्न

विश्वनाथ आनंद ।

-प्रथम चरण में 5:00 बजे तक औरंगाबाद में मतदाताओं ने 50% ,गया में 49%, नवादा में 40% एवं जमुई में 47% मतदान केद्रो पर किया मतदान.
-छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाताओं ने किया मताधिकार का प्रयोग.
-मतदान केद्रो पर मतदाताओं ने मतदान करने के बाद सेल्फी लेकर मतदान करने का दिया संकेत.
गया( बिहार)- लोकतंत्र महापर्व का प्रथम चरण का मतदान कड़ी सुरक्षा व पुलिस छावनी के बीच छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. बताते चलें कि प्रथम चरण का मतदान 19 अप्रैल को लगभग सुबह 6:00 से 5:00 तक किया गया . ऐसी स्थिति में मतदाता सब काम को छोड़कर पहले मतदान फिर काम करने वाली कहावत को चरितार्थ करते देखे गए. सुबह से ही सभी मतदान केंद्रो पर कतारवध तरीके से महिलाएं, पुरुष, युवा, खड़ा होकर मतदान किया . सुरक्षा की दृष्टि कौन से सभी मतदान केद्रो पर पैरामिलिट्री फोर्स से लेकर बिहार पुलिस तथा होमगार्ड के जवान लगाए गए थे .सुबह में मतदान केद्रो पर मतदाताओं की भीड़ देखी गई. जैसे-जैसे धूप निकलते गया वैसे-वैसे मतदाताओं की संख्या में कमी दिखी. इसका मुख्य कारण काफी गर्म हवा एवं लू बताया गया. हालांकि दोपहर की धूप ढलते ही मतदाताओं की संख्या में इजाफा होते देखा गया. वहीं पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से सभी मतदान केद्रो की स्थिति का जायजा लिया. जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने मतदाताओं से अपील किया है कि मतदान केद्रो पर जाकर निर्भीक होकर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें .औरंगाबाद एवं गया सहित अन्य लोकसभा आम चुनाव 2024 के प्रथम चरण मे जहां-जहां मतदान मतदाताओं द्वारा किया गया है. जिसमें 5:00 बजे तक बिहार के औरंगाबाद में मतदाताओं ने 50% मताधिकार का प्रयोग किया. वही गया में 49% नवादा में 40% एवं जमुई में 47% मतदान किया गया. मतदाताओं की बात सच मानी जाए तो कहना है कि लोकसभा आम निर्वाचन 2024 में मतदाताओं ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लेते हुए उमस भरी गर्मी में भी वोटिंग किया .हालांकि कई मतदान केद्रो पर दोपहर में सनाटा पसरा रहा . तो कई मतदान केद्रो पर ए के दुके मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए . वहीं प्रशासन की गाड़ियां सड़कों पर फराटे दौड़ते रहा. सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने चौकस बढाते हुए पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया. ताकि कोई भी परिंदा अपना साहस का परिचय दे ना सके . हालांकि कुछ स्थानों पर मतदाताओं ने मतदान करने को लेकर आपस में टकराते नजर आए .बीच बचाव के कारण मामला शांत किया गया. लेकिन मतदान केद्रो पर किसी प्रकार की अनहोनी घटना नहीं हुआ.

दूसरी तरफ सड़कों पर वाहनों का परिचालन नहीं होने से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा . मतदाताओं की बात सच मानी जाए तो औरंगाबाद लोकसभा में भाजपा प्रत्याशी एवं राजद प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर होना तय माना जा रहा है. वही गया लोकसभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी एवं महागठबंधन प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है. मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मतदाताओं ने कहा कि कई स्थानों में विकास के मुद्दे ,तो कई स्थानों मे जाति, पार्टी के नाम पर मतदाताओंने( प्रत्याशी)उम्मीदरों का समर्थन दिया है. जिसके लेकर तरह-तरह की चर्चाएं जारी है. वही अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्रों में देर शाम तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग किया. लोकतंत्र महापर्व के प्रथम चरण के प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीन में कैद हो गया. कुल मिलाकर कहा जाए ,तो छिटपुट घटनाओं को छोड़कर लोकतंत्र का महापर्व का प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. अब देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता किस पार्टी एवं दल के प्रत्याशियों को अपना वोट देकर समर्थन दिया है ,यह तो 4 जून को ही पता चलेगा .