गाड़ी के नीचे ऑयल फेंककर एक एनआरआई का बैग ले भागे लुटेरे, जांच में जुटी पुलिस
DIWAKAR TIWARY.
एक हफ्ते के भीतर इस तरह की यह दूसरी घटना, पुलिस के हाथ अब तक खाली.
सासाराम। शहर के पुरानी जीटी रोड स्थित यातायात थाने के समीप शनिवार की दोपहर कुछ लुटेरों ने एक एनआरआई को चकमा देकर गाड़ी के अंदर रखे बैग को उड़ा लिया। बताया जाता है कि एनआरआई उमेश कुमार सिंह यातायात थाने के सामने हीं अपनी गाड़ी खड़ी कर एक ज्वेलरी शॉप में खरीददारी कर रहे थे। खरीददारी के बाद उमेश कुमार सिंह जब अपनी गाड़ी में सवार होकर जाने लगे तो कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी के नीचे तेल फेंक दिया और गाड़ी के ड्राइवर को तेल लीक होने का इशारा करने लगे। बदमाशों के इशारे में आए ड्राइवर और पीड़ित उमेश कुमार सिंह जब नीचे उतरकर गाड़ी को देखने लगे तभी बदमाशों ने गाड़ी में रखें बैग को निकाल कर आराम से फरार हो गए। वहीं कोई खराबी या रिसाव नजर नहीं आने के बाद जब दोनों वापस गाड़ी में बैठने लगे तो उन्होंने देखा की गाड़ी में रखा बैग गायब है। जिसके बाद उन्हें झांसे में लेकर लूटे जाने का आभास हुआ और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। इधर घटना की सूचना पाते हीं डीएसपी दिलीप कुमार एवं नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की तथा आसपास के दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला।
लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया। हालांकि पीड़ित के आवेदन पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। घटना के संदर्भ में पीड़ित उमेश कुमार सिंह ने बताया कि बैग में पासपोर्ट, वीजा, एटीएम कार्ड, ज्वेलरी सहित कुछ अमेरिकी डॉलर एवं वस्त्र रखे हुए थे। जिसे बदमाशों ने लूट लिया है। उन्होंने बताया कि अमेरिका की एक कंपनी में बीते 20 वर्षों से वे कार्यरत है तथा किसी कार्य से अपने पैतृक गांव टेकारी आए हुए थे। दरअसल एक हफ्ते के भीतर इस तरह की लूट की यह दूसरी घटना है। बीते दो-तीन दिनों पूर्व शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहे के समीप भी कुछ बदमाशों में एक गाड़ी के नीचे तेल फेंक कर गाड़ी में रखे बैग को उड़ा लिया था। बता दें कि लोगों को लूटने के लिए अपराधियों द्वारा भी अब तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। बाइक लूट, छिनैती सहित लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं से शहरवासी सहमें हुए हैं तथा पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। जिससे पार पाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।