मगध विश्वविद्यालय की 63 वीं वर्षगांठ पर बु धौ ली मठ द्वारा दिए गए 190 एकड़ लोध वे कांटी की जमीन की कोई चर्चा नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

मनोज कुमार ।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, मोहम्मद समद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम आदि ने कहा कि आज मध्य- दक्षिण बिहार के ऐतिहासिक, गौरवशाली मगध विश्वविद्यालय की 63 वीं वर्षगांठ पर इसके निर्माण हेतु बोधगया मठ द्वारा दी गई 460 एकड़ जमीन की चर्चा हुई परंतु गया जिला के फतेहपुर प्रखंड में बु धौ ली मठ के तत्कालीन लोकप्रिय महंत, पूर्व सांसद सूर्य प्रकाश पूरी द्वारा के प्रयास से दिए गए 190 एकड़ जमीन की कोई चर्चा तक नहीं हुई, जो कि आज के दिन में यह जमीन अतिक्रमण एवं कब्जा तथा खाली है, जिसे मगध विश्वविद्यालय कोई सुध नहीं ले रही है, जो बेहद चिंता का विषय है।नेताओं ने कहा कि सन 1998 में इस भूमि पर मगध कृषि विश्वविद्यालय सह अनुसंधान केंद्र खोलने हेतु तत्कालीन केन्द्रीय कृषि मंत्री चतुरा न न मिश्रा जी ने आधर शीला रखी थी जो आज तक फाइल में दबा पडा है, जिसे शुरू करने हेतु सबसे पहले बिहार सरकार को निर्णय लेना होगा।

नेताओं ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय परिसर में ही बिहार राज्य का पहला आई आई ए म को 118 . 60 एकड भूमि दिया गया जिसे आई आई ए म को स्थान्तरित करते समय ये बातें मीडिया के माध्यम से ये बातें सामने आयी थी कि आई आई ए म के विकास हेतु मिलने वाले विकास शशि का 25 प्रतिशत मगध विश्वविद्यालय को हमेशा मिलते रहेगा, जिसके बारे में आमजन यह भी जानना चाहती है कि हाल में 412 करोड़ आई आई ए म बोधगया के लिए मिले राशि मे से मगध विश्वविद्यालय को क्या मिला।नेताओं ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय के निर्माण हेतु बोधगया से लो ध वे- कां टी तक मिले लगभग 700 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने में उस समय के भारत स्तर के विद्वान महंत नवादा के पूर्व सांसद सूर्य प्रकाश पूरी की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है।नेताओं ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय परिसर बड़े भूखण्ड में अंतरराष्ट्रीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर खोलने की मांग केंद्र एवं राज्य सरकार से की है।

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