राजकीय अम्बेडकर आवासीय +2 विद्यालय में प्रबंधक के दुर्व्यवहार के विरुद्ध छात्रों ने खोला मोर्चा,कहा नशे में आकर करते हैं मारपीट

संतोष कुमार .

मुख्यालय स्थित राजकीय अम्बेडकर आवासीय +2 विद्यालय में बुधवार की शाम विद्यालय के प्रबंधक सह प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी लवकेश कुमार के विद्यालय पहुंचते ही हो-हंगामा शुरू हो गया।आवासीय विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों का आरोप है कि विद्यालय के प्रबंधक द्वारा बेवजह मोटे डंडों से अक्सर मारपीट किया जाता है।जिसका विरोध छात्रों द्वारा किया गया।छात्रों का विरोध के बाद प्रबंधक ने थाना और डायल 112 को कॉल करके बुलाया।पुलिस,विद्यालय के प्राचार्य राजेन्द्र प्रसाद एवं शिक्षकों के हस्तक्षेप के बाद शांति स्थापित हो सका।वहीं लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि उक्त विद्यालय में दलित एवं शोषित समाज के बच्चे पढ़ने और अपना भविष्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करने में जुटे हुए हैं।वहीं स्थानीय प्रशासन ही उनके साथ दुर्व्यवहार करेंगे तो ऐसे में बच्चों का भविष्य अच्छा होने के बजाय और खराब हो जाएगा।

क्या है मामला-

छात्रों द्वारा बताया गया कि बीते 22 फरवरी को विद्यालय के पहली पाली के बाद कक्षा अष्टम एवं नवम के चार-पांच छात्रों की तबियत मौसम परिवर्तन के कारण खराब थी।जिसके कारण बच्चे पहली पाली के बाद टिफ़िन में खाना खाकर आवासीय परिसर में आराम करने लगे।इसी बीच प्रबंधक विद्यालय के कक्षा में छात्रों को अनुपस्थित देखकर वे हाथ में एक मोटा डंडा लेकर आवासीय परिसर जा पहुंचे।जहां बेड पर लेटे छात्रों को बिना कुछ कहे सुने पीटने लगे।इससे कक्षा नवम का छात्र श्रवण व बुल्लू, कक्षा ग्यारहवीं का छात्र छोटू व नीतीश एवं कक्षा अष्टम के छात्र शुभम के शरीर के कई हिस्सों में गम्भीर चोटें आई।साथ ही एक तो उनकी तबियत पहले से ही खराब थी।पिटाई के बाद बच्चों की तबियत और खराब हो गई।जिनका इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया।प्रबंधक जब छात्रों की पिटाई कर विद्यालय परिसर से चले गए तो छात्रों ने विद्यालय के प्राचार्य को लिखित आवेदन देकर प्रबंधक द्वारा की गई पिटाई की शिकायत भी की।प्राचार्य द्वारा बच्चों को समझाबुझाकर मामला शांत किया गया।साथ ही वरीय पदाधिकारियों को घटना की सूचना दी गई।जिसके बाद बीते 26 फरवरी को जिला कल्याण पदाधिकारी भी विद्यालय पहुंचकर प्रबंधक और बच्चों को समझाया गया।किन्तु छात्रों के मन में यह डर बैठ गया कि शिकायत करने पर गुस्सा होकर प्रबंधक पुनः मारपीट करेंगे।इसी बीच बीते बुधवार की शाम को जब प्रबंधक सह प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी लवकेश कुमार विद्यालय परिसर पहुंचे तो छात्रावास के छात्रों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया।छात्रों के विरोध के बाद प्रबंधक विद्यालय परिसर से बाहर जाकर डायल 112 एवं पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया।

नशे में आकर मारपीट करने का लगाया आरोप

पुलिस सूचना पाकर विद्यालय परिसर पहुंची एवं छात्रों से बातचीत कर मामले को जानने का प्रयास किया तो छात्रों ने दोटूक कहा कि प्रबंधक सर नशे की हालत में आकर अक्सर छात्रों को पीटते रहते हैं।जिसकी लिखित शिकायत विद्यालय के प्रचार्य को भी किया गया है।साथ ही कहा कि प्रबंधक सर न तो हमलोगों को एक भी दिन पढ़ाते हैं और कुछ पूछने पर उल्टे गुस्सा हो जाते हैं।वहीं कक्षा नवम के छात्र प्रताप कुमार दास व मंजीत कुमार से पूछे जाने पर कहा कि पहले के प्रबंधक अभिषेक आंनद सर क्लास एवं आवासीय परिसर में आकर पढ़ाया करते थे।छात्रों की जो समस्या होती थी,उनको भी दूर किया करते थे।किंतु इनका आचरण बिल्कुल उनके विपरीत है।वहीं अष्टम कक्षा के छात्र अनरेस्ट कुमार ने कहा कि विद्यालय में प्राचार्य समेत कुल 18 शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं।जिनसे उन्हें कोई परेशानी नहीं है।साथ ही कहा कि विद्यालय में समय पर पठन-पाठन के अलावे नाश्ता व खाना आदि भी मिलता है।छात्रों ने कहा कि यदि हमलोगों से किसी प्रकार की गलती होती है,तो प्रबंधक सर को इस तरह मारपीट नहीं करना चाहिए।साथ ही हमारी शिकायत प्रचार्य अथवा वर्ग शिक्षक से करने की बात कही।

क्या कहते हैं प्राचार्य-

इस बाबत पर प्राचार्य ने कहा कि विद्यालय में शाम को हुई घटना अशोभनीय है।उन्होंने कहा कि जिस वक्त प्रबंधक महोदय विद्यालय आये थे वे सैलून गए हुए थे।जब वापस आये तो विद्यालय में हंगामा हो रहा था।जिसको लेकर छात्रों को डांट-फटकार कर शांत किया गया।वहीं पुलिस एवं अन्य शिक्षकों के सहयोग से प्रबंधक और बच्चों को काफी समझाया-बुझाया भी गया।

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