सेवानिवृत्त सूबेदार विनोद कुमार ने यूजीसी में सफलता प्राप्त की
चंद्रमोहन चौधरी .
यह कहावत सत्य है कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। नौकरी में रहते या नौकरी से सेवा निवृत होने के बाद भी दिल में कुछ कर दिखाने की जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। इस कहावत को चरितार्थ करते हुए भारतीय सेना के जवान विनोद कुमार ने 28 साल सेना में नौकरी करने के बाद, एक प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लोगों को अचंभित कर दिया है। सेना में सूबेदार पद पर रहकर देश की सेवा करने के बाद सेवानिवृत हुए सूबेदार विनोद कुमार ने यूजीसी व जीसेट की परीक्षा में सफलता प्राप्त किया।
बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के एक छोटा सा गांव घोसियां कला में जन्मे, विनोद कुमार ने 1995 में भारतीय सेना से जुड़कर देश की सेवा करते रहे। ऑफिस में कामकाज को निपटने के बाद वह पढ़ाई से जुड़े रहे। हाल ही में यूजीसी नेट व जीसेट की परीक्षा में सम्मिलित होकर सफलता प्राप्त किया है। सूबेदार विनोद कुमार ने संपर्क करने पर बताया कि 28 साल भारतीय सेना में नौकरी करने के बाद सेवानिवृत हुआ। लेकिन नौकरी में रहते ही हमने अपनी पढ़ाई जारी रखी। सेवा निवृत्ति के बाद 46वें वर्ष की उम्र में हमने यूजीसी नेट व 17 वीं जीसेट की परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है। इस सफलता का श्रेय मैं अपने माता-पिता, सेना के जवानों व ग्रामवासियों को दे रहे है।