परती भूमि में कचरा फेंके जाने पर बना कचरों का पहाड़,दुर्गंध से लोगों का जीना हुआ दूभर
संतोष कुमार .
नगर पंचायत के बाजार स्थित तकिया मोहल्ला के समीप एक परती भूमि में वर्षों से बाजारवासियों द्वारा अवैध रूप से कचरा फेंके जाने पर कचरों का पहाड़ बन गया है।जिसके कारण आसपास के लोग दुर्गंध युक्त वातावरण में जीने को मजबूर हैं।उक्त परती जमीन बाजार निवासी अजय सेठ का बताया जाता है।खानकाह तकिया वफ्फ स्टेट रजौली के प्रबंध समिति के सचिव अबू सालेह ने बताया कि इमामबाड़ा के निकट से एक रास्ता खानकाह तकिया जामा मस्जिद के लिए जाता है।मस्जिद के गेट के निकट स्थानीय लोगों के द्वारा कूड़ा-कचरा फेंक-फेंक कर ढ़ेर लगा दिया गया है।
इसी कूड़ा और रास्ता पर लोग पेशाब भी किया करते हैं।इस गंदगी से कोई भी जानलेवा बीमारी जन्म ले सकता है।जिसके कारण आम लोगों को मस्जिद एवं मजार पर आने-जाने में श्रद्धालुओं को काफी कष्ट हो रहा है।सचिव ने नगर पंचायत पदाधिकारी राजेश एवं मुख्य पार्षद मानती देवी को लिखित आवेदन देकर जनहित में स्वच्छता के दृष्टिकोण से धार्मिक स्थल को अतिशीघ्र इस गंदगी से निजात दिलाने की बात कही है।बताते चलें कि बीते कुछ दिनों पूर्व ही धार्मिक स्थलों की साफ-सफाई हेतु नगर पंचायत के पदाधिकारी समेत स्थानीय लोगों की एक कमिटी बनाकर 14 जनवरी से 21 जनवरी तक तीर्थ स्वच्छता कैंपेन चलाया जा रहा है।इसके बावजूद इमामबाड़ा के नजदीक कचरों के पहाड़ के प्रति लोग संवेदनहीन बने हुए हैं।बताते चलें कि 23 जनवरी को इमामबाड़ा में उर्स मेला का आयोजन भी होना है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी-
इस बाबत नगर पंचायत पदाधिकारी राजेश ने बताया कि कचरायुक्त स्थान काफी संकीर्ण है और स्क्युडो लोडर नामक मशीन कार्यालय में उपलब्ध नहीं है।हालांकि उन्होंने नवादा,हिसुआ और वारसलीगंज नगर परिषद कार्यालयों में भी बात किया है।किंतु मशीन की उपलब्धता वहां भी नहीं है।हालांकि उन्होंने सिलाव से मशीन मंगवाकर एक सप्ताह के अंदर कचरों के पहाड़ को हटाने की बात कही है।