श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में मनाया गया क्रिसमस डे इस तरह के आयोजनों से बच्चों में सभी धर्म के प्रति जानकारी मिलती है : प्रधानाचार्य पूरे विद्यालय परिसर को लाल, सफेद रंग के गुब्बारों सजाया गया

धीरज गुप्ता,

गया। शहर नैली रोड खटकाचक स्थित श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में क्रिसमस डे बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर पूरे विद्यालय परिसर को लाल एवं सफेद गुब्बारे से सजाया गया। वहीं बच्चों ने विभिन्न प्रकार के क्रिसमस ट्री बनाकर पूरे परिसर को सजाया। सर्वप्रथम विद्यालय की प्रधानाचार्य पूनम सिन्हा एवं शिक्षिकाओं ने बच्चों के साथ मिलकर केक काटा एवं सभी को क्रिसमस की बधाई दी। वही सांता क्लास बनी शिक्षिकाओं ने बच्चों के बीच गिफ्ट एवं टॉफी का वितरण किया। यहां बच्चों ने जिंगल बेल जिंगल बेल सॉन्ग पर जमकर डांस किया और ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया।
वहीं इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्य पूनम सिन्हा ने कहा कि हमारे विद्यालय में जिस तरह होली, दीपावली, दशहरा, रक्षाबंधन, सरस्वती पूजा, जन्माष्टमी आदि समारोह का आयोजन होता है। इस तरह आज क्रिसमस डे का भी आयोजन किया गया है। हम बच्चों को अपनी धर्म संस्कृति आस्था के साथ सभी धर्म के बारे में जानकारी देना जरूरी समझते हैं। क्योंकि हमारा देश भी सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखता है। इस तरह विद्यालय में भी सभी धर्मो का सम्मान करते हुए आज क्रिसमस डे को भी मनाया गया है। जहां इस मौके पर बच्चों को ईसा मसीह से जुड़ी कहानियों के बारे में बताया गया वहीं बच्चों को यह शिक्षा दी कि हमें आपसी मेल भाव, प्रेम और भाईचारे के साथ रहना चाहिए। क्रिसमस शाति, प्रेम, त्याग, भाईचारा और खुशियों का पर्व है। हमें भी सांता और प्रभु ईशु की तरह सभी के जीवन में खुशियाँ बाँटनी चाहिए। हमें सभी धर्म का सम्मान करना चाहिये। सिन्हा ने आगे कहा कि इस तरह की आयोजनों से बच्चों में शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का भी विकास होता है। हमारा निरंतर प्रयास रहता है कि बच्चों को सिर्फ कागजी एवं रूटीन शिक्षा न देकर उन्हें बौद्धिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा भी दी जाए ताकि उनका भविष्य आगे उज्जवल हो। पूरा कार्यक्रम विद्यालय के प्रधानाचार्य पूनम सिन्हा के दिशा निर्देशन में एवं विद्यालय की शिक्षिका आस्था सिन्हा, रूपा कुमारी, राखी कुमारी की देखरेख में संपन्न हुआ वही इस मौके पर विद्यालय शिक्षक प्रिंस कुमार के साथ अंजना पुष्कर, अंजली कुमारी, पूनम शर्मा, निधि, चांदनी, प्रेरणा का अहम योगदान रहा।

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