बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के लिए जारी वर्ष 2024 की कैलेंडर में एक विशेष जाति की छुट्टियां बढ़ाने एवं एक जाति की छुट्टियां घटाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं जोरों पर है- श्रीमती सिंधु जैन.
विश्वनाथ आनंद
टिकारी( बिहार)- बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के लिए वर्ष 2024 का जारी कैलेंडर मे एक विशेष जाति समुदाय का छुट्टियां बढ़ाने एवं एक विशेष समुदाय की छुट्टियां घटाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में इन दोनों चर्चाएं जोरो पर है . इस संबंध में सामाजिक महिला श्रीमती सिंधु जैन ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा शिक्षा विभाग के लिए वर्ष 2024 का कैलेंडर जारी किया गया है जिसमें एक विशेष जाति समुदाय का छुट्टियां बढ़ाई गई है एवं एक समुदाय का छुट्टियां घटाई गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार को कैलेंडर जारी करने के पूर्व मंथन करने की जरूरत थी. परंतु ऐसा नहीं किया. उन्होंने आगे कहा कि इससे प्रतीत होता है कि बिहार सरकार शिक्षा विभाग के लिए जो कैलेंडर जारी किया, जो आगामी चुनाव एवं राजनीतिक तथा एक विशेष जाति की खुश करने के लिए पहल किया है. जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि रामनवमी, जितिया सहित दर्जनों प्रमुख की छुट्टियां रद्द कर दिया . जो साबित करता है कि बिहार सरकार सिर्फ राजनीतिक फायदा लेने के लिए ऐसी पहल किया. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ बिहार सरकार शिक्षा विभाग को सुधार करने के लिए नए-नए फरमान जारी कर रहा है वहीं दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के लिए वर्ष 2024 के कैलेंडर जारी कर एक विशेष समुदाय के लोगों का छुट्टियां बढ़ा देना एवं एक समुदाय के लोगों की छुट्टियां घटा देना कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे घटिया राजनीति शिक्षा विभाग के लिए करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना, एवं शिक्षा विभाग को खंडहर में तब्दील करना प्रतीत होता है . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ऐसे कार्यों एवं विचारों से ऊपर उठकर पहल करने की जरूरत है .