पितृपक्ष एंटीलाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को गांधी मैदान से हरि झंडी दिखा कर मेला क्षेत्र में रवाना किया जिलाधिकारी
धीरज ।
जेपीएन अस्पताल गेट पर सीसीटीवी कैमरे कब?
गया। पितृपक्ष मेला के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था पूरी मुकम्मल रहे, इसे लेकर पूरे मेला क्षेत्र में 13 एंटीलाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को डेडिकेट किया गया है। जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने उक्त सभी एंबुलेंस को आज गांधी मैदान से हरि झंडी दिखा कर मेला क्षेत्र में रवाना किया।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि मेला क्षेत्र में कुल 13 एंबुलेंस को लगाया गया है, जिसमें विष्णुपद के पास 4, अक्षयवट में एक, रामसागर में 01, सीताकुंड में 01, सिकरिया मोड़ 01, खेल परिसर 01, गांधी मैदान 01, रेलवे स्टेशन 01, प्रेतशिला 01 निगम मॉनेस्ट्री में 01 एंबुलेंस को पॉइंट बनाकर रखा गया है। सभी एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस है। इन एंबुलेंस में सभी सुविधा उपलब्ध रहेगी। कार्डियो पेशेंट को रेफर करने के लिए कार्डियो मॉनिटर, ऑक्सीजन इत्यादि की पूरी व्यवस्था रहेगी। आने वाले सभी तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधा में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। साथ-साथ एंबुलेंस के साथ मोबाइल मेडिकल टीम भी साथ रहेगी। जो विभिन्न स्थलों पर जा जाकर तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य सुविधा का जांच करेंगे। सभी एंबुलेंस में आकस्मिक सभी दवाएं उपलब्ध रखी गई है। कोई भी तीर्थ यात्री किन्ही का तबीयत खराब होने से वह सीधे 102 पर कॉल करें या नजदीकी स्वास्थ्य शिविर में जानकारी दें तुरंत बिना समय गंवाए एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की जाएगी।
डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि पितृपक्ष मेला के दौरान सभी आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 11 बजे से 07 बजे तक काम करेंगे। पितृपक्ष मेला के दौरान 102 स्वास्थ्य कैंप तैयार किये गये हैं। इनमें पांच स्वास्थ्य कैंप 24 घंटे काम करेंगे। 18 स्वास्थ्य कैंप 12 घंटे काम करेंगे तथा 66 स्वास्थ्य कैंप आठ घंटे संचालित किये जायेंगे।05 मोबाइल रिस्पांस टीम बनाई गयी है। इन स्वास्थ्य शिविरों में 132 चिकित्सक, 213 पैरामेडिकल स्टाफ तथा 53 अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है।पितृपक्ष के दौरान पिंडदानियों के सभी आवासन स्थल के समीप बनाये गए शिविर में चिकित्सकों का दल मौजूद रहेगा। जेपीएन अस्पताल में हेल्थ कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहाँ 24*7 पदाधिकारी एवं कर्मी उपलब्ध रहेंगे। एम्बुलेंस चालको का नंबर हर स्वास्थ्य शिविर में प्रदर्शित रहेगा। जिला अस्पताल में 70 बेड विशेष रूप से पिंडदानियों के इलाज के लिए लगाए गए हैं. पिंडदानियों के लिए मिलावटी खानपान एवं इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों को रोकने के लिए पांच फूड इंस्पेक्टर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण करेंगे।
24 घंटे काम करने वाले स्वास्थ्य शिविर:
निगमा बोधगया
खेल परिसर, गया कॉलेज
विष्णुपद मंदिर
रेलवे स्टेशन
टेंट सिटी गांधी मैदान
आईडीएच हॉस्पिटल
6:00 सुबह से 10:00 रात तक संचालित हेल्थ कैंप
संवाद सदन समिति
प्रेतशिला,टिल्हाधर्माशाला,महाबोधीमंदिर,ब्रह्मयोनि,देवघाट,घुघरीटांड,रामशीला,प्रेतशीला पहाड़,केंदुई बस अड्डा,अक्षयवट,सिकरिया मोड़ ,आईटीआई परिसर।
सिविल सर्जन ने बताया कि यदि कहीं से किसी पिंडदानी की तबियत खराब की सूचना मिलती है तो उसे त्वरित गति से एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। पितृपक्ष मेला के दौरान सभी चिकित्सीय शिविर के साथ-साथ सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं के साथ-साथ सभी प्रकार की जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध रखी गयी है।
जिला पदाधिकारी ने कहां की पितृपक्ष मेला के दौरान यात्रियों को फ्रेश एवं सही गुणवत्ता वाली खाना मिले इसके लिए फूड इंस्पेक्टर निरंतर रूप से खाद्य पदार्थों का जांच करते रहेंगे। उन्होंने फूड इंस्पेक्टर को सख्त हिदायत दिया कि पितृपक्ष मेला अवधि में फूड प्वाइजनिंग की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए आवश्यक जरूरी मापदंड को अपनाते हुए कार्य करें। जिला पदाधिकारी ने डीपीएम स्वास्थ्य को सख्त हिदायत दिया कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान मेला क्षेत्र में निरंतर रूप से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव तथा चुना का छिड़काव होते रहे, इसके लिए पर्याप्त ब्लीचिंग पाउडर तथा चुना की आपूर्ति रखें साथ ही निर्देश दिया कि ब्लीचिंग पाउडर तथा चुना के छिड़काव के मॉनिटरिंग हेतु एक पदाधिकारी या कर्मी की प्रतिनियुक्ति रखें ताकि वह ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव की जानकारी देते रहें।