विज्ञान मेला वैज्ञानिक सोच के विकास में सहायक – कर्नल विजय कुमार ठाकुर
संतोष कुमार ।
मुंगेर । प्रकृति में विज्ञान का रहस्य छिपा हुआ है। विज्ञान मेला के माध्यम से छात्र-छात्राओं में नई-नई सोच की प्रवृति जागृत होती है। छात्र जो सोचते एवं विचार करते हैं, उन्हें गणित-विज्ञान मेला साकार करने का अवसर प्रदान करता है। इससे मानव जीवन की अनेक समस्याएं दूर होती है। उक्त बातें मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर के कुलसचिव सह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर में शुक्रवार को शिशु शिक्षा प्रबंध समिति बिहार एवं भारती शिक्षा समिति, बिहार के तत्त्वावधान में आयोजित प्रांतीय गणित-विज्ञान मेला कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कही।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर के कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर, भारती शिक्षा समिति, बिहार एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, मुंगेर विभाग के विभाग संयोजक डाॅ0 रामादर्श प्रसाद सिंह, रोहतास विभाग के विभाग निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार एवं सरस्वती विद्या मंदिर, पुरानीगंज के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना कर किया।
विज्ञान मेला की उपादेयता को बताते हुए भारती शिक्षा समिति, बिहार एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा ने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास में शिक्षा और संस्कार का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके लिए वैज्ञानिक सोच के विकास के साथ ही पंच कोषों का भी विकास आवश्यक है। आगे उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 बहुत अल्प लागत में बनाया गया है। इसकी सफलता में विद्या भारती के छात्र-छात्राओं का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने छात्रों से गीता और रामायण के अध्ययन करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित होता है। उन्होंने डाॅ0 ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम के जीवन के संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि असफलता बड़ी सफलता का द्योतक हो सकता है इसलिए छात्र इससे घबराएं नहीं।
आगे उन्होंने कहा कि यह प्रांतीय गणित-विज्ञान मेला दिनांक 22 से 24 सितम्बर 2023 तक आयोजित है जिसमें दक्षिण बिहार के सात विभाग से लगभग 184 सरस्वती शिशु/विद्या मंदिरों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं जिन्होंने विद्यालय एवं विभाग स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किए हैं ऐसे शिशु, बाल, किशोर एवं तरूण वर्ग के लगभग 800 बाल वैज्ञानिक अपने वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले हैं। प्रांतीय गणित-विज्ञान मेला में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र क्षेत्रीय गणित-विज्ञान मेला में भाग लेंगे जो सरस्वती विद्या मंदिर, सदातपुर, मुजफ्फरपुर में 30, 31 अक्टूबर एवं 1 नवंबर 2023 को होगा। क्षेत्रीय स्तर पर चयनित प्रतिभागी अखिल भारतीय गणित-विज्ञान मेला जो 3 से 7 नवंबर 2023 को अमृतसर में आयोजित है, में भाग लेंगे।
मौके पर उपस्थित मुंगेर विभाग के विभाग संयोजक डाँ0 रामादर्श प्रसाद सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कठोर परिश्रम, लगन और आत्मविश्वास हो तो सफलता अवश्य मिलती है। लोगों में खोज की प्रवृति किसी चीज के आविष्कार में मदद करता है जो समाज और राष्ट्र के लिए उपयोगी सिद्ध होता है। अच्छी बातों को ग्रहण करना और समाज तक पहुँचाना हमारा दायित्व है।
मौके पर उपस्थित नोट्रेडेम एकेडमी मुंगेर की प्राचार्या सिस्टर सोनिया ने कहा कि विज्ञान का उपयोग विश्व के विकास एवं शांति की स्थापना के लिए होनी चाहिए। मानव में करूणा, दया एवं प्रेम का संचार हो। छात्र वैज्ञानिक सोच विकसित कर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
अतिथियों का परिचय एवं स्वागत सरस्वती विद्या मंदिर, पुरानीगंज के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह, धन्यवाद ज्ञापन रोहतास विभाग के विभाग निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार तथा मंच संचालन गया विभाग के विभाग निरीक्षक ब्रह्मदेव प्रसाद के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम से संबंधित सूूचनाओं को देते हुए प्रांतीय विज्ञान प्रमुख अनंत कुमार सिन्हा ने कहा कि आाज शुक्रवार को शिशु वर्ग के छात्र विज्ञान, गणित एवं संगणक प्रश्नमंच, पत्रवाचन एवं प्रयोग में उत्साहपूर्वक भाग लिए। छात्रों की तैयारी देख मूल्यांकनकर्ता विजय कुमार मंडल, कुंज बिहारी, सुशील कुमार, चंदा झा, प्रदीप कुमार, हिमांशु कुमार, नवलेश कुमार, पंकज रंजन, बिपीन कुमार, नरेश कुमार पहुजा भी प्रसन्न दिखे और उनकी प्रशंसा की।
इस अवसर पर मुंगेर विभाग के जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह, नालंदा विभाग के निरीक्षक राकेश नारायण अम्बष्ठ, भागलपुर विभाग के प्रवासी विनोद कुमार, संस्कार केन्द्र के प्रवासी वीरेन्द्र कुमार, पूर्णकालिक कार्यकर्ता, विद्या चौधरी, अधिकारी एवं विभिन्न विद्यालयों से आए प्रधानाचार्य, संरक्षक आचार्य एवं भैया-बहन उपस्थित थे।