नैतिकता त्याग व परमार्थ को अपने जीवन का आधार बनाने वाले ई.अशोक शर्मा का हुआ निधन – डॉक्टर विवेकानंद मिश्र
विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार )- स्थानीय डॉक्टर विवेकानंद पथ स्थित आयुर्वेद चिकित्सा भवन में प्रसिद्ध समाजसेवी भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष तथा मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के वरिष्ठ सदस्य का अचानक हृदय गति रुकने से अपने जयपुर स्थित आवास पर जीवन की अंतिम सांस लिया . इस बात की सूचना उनके अनुज प्रवीण कुमार शर्मा ने दी .यह खबर सुनकर उनसे जुड़े तमाम लोग मर्माहत है. भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के द्वारा उनके निधन पर एक शोक सभा आयोजित किया गया. विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने अपने उद्गार में कहा कि नैतिकता त्याग और परमार्थ को अपने जीवन का आधार बनाने वाले इ.अशोक शर्मा की तरह इस धराधाम पर यदा कदा ही लोग आया करते हैं. डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने कहा कि उनका संपूर्ण जीवन न्याय नीति, और उत्कृष्ट विचार का स्रोत रहा है.आज भले ही हम सबों के बीच नहीं हैं, किंतु उनके आदर्श जीवन का आत्मीयता भरा प्रोत्साहन और मार्गदर्शन आने वाली पीढ़ी को सदैव मिलता रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि उनके व्यक्तित्व में एक अजीब सा आकर्षण शक्ति था. जिसके कारण क्षण भर की मुलाकात में कोई व्यक्ति सदैव के लिए उनका हो जाया करता था. चुकी उनके उदार चरित्र व्यक्तित्व व व्यवहार में अद्भुत आकर्षण शक्ति था, जिससे मैं भी उनसे प्रभावित होने वाले व्यक्ति में एक हूं. उन्होंने आगे कहा कि बिहार के जाने-माने साहित्यकार आचार्य राधा मोहन मिश्रा माधव ने कहा कि उनका आत्यंतिक भाव मानवोद्धार था.स्वामी सत्यानंद गिरी ने कहा कि जनहित के उनके अनेक काम सदा स्मरण किये जायेंगे. वे सभी के अपने थे, आजाद शत्रु थे.ऑल इंडिया जियोलॉजी साइंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर बीएन पांडे, प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र, शिव साहित्यकार डॉ राम सिंहासन सिंह ,शंभू गिरी, गजाधर लाल पाठक ,आचार्य अभय कुमार पाठक ,विवेकानंद वैद्य ,रवि भूषण पाठक, संतोष सिंह ,सुनीता देवी ,पंडित निशीकांत मिश्रा, पियूषा गुप्ता, कविता राऊत ,मांडवी गुर्दा, नीरज वर्मा, अमित मिश्रा, तरन्नुम तारा अधिवक्ता, विक्रम शर्मा जोधपुर हाई कोर्ट ,धनेश चंद्र पाठक ,सुप्रसिद्ध कवि चंचला पाठक ,बीकानेर, नुसरत परवीन, रेशमा रीता ,प्रियंका मिश्रा पाठक रविभूषण भट्ट श्यामाशंकर त्रिपाठी मोहम्मद उमैर सद्दाम रुक्मिणी पाठक अर्चना बनर्जी रिंकू कुमारी अनीता देवी नीलम पासवान देवेंद्र नाथ मिश्रा विश्वजीत चक्रवर्ती किशोर यादव रीना सिंह पूजा कुमारी दीपक पाठक अधिवक्ता भोला सिंह अविनाश कुमार मलदहिया रणजीत पाठक पवन मिश्र प्रोफेसर अशोक कुमार यादव प्रेरणा मराठे अनंत अच्युत मराठे अर्चना मिश्रा रंजना पांडे किरण पाठक, प्रियंका मिश्रा डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज पुरंजय आदि बड़ी संख्या में लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनकी दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करने तथा इस दुख की घड़ी में उनके तमाम परिवार एवं बड़ी संख्या में उनके शुभचिंताकों को धैर्य धारण की शक्ति लिए प्रभु से प्रार्थना की। सभी ने एक स्वर से माना की मानवता और हम सबों के संगठन के लिए भारी क्षति पहुंची है जिसकी भरपाई दूर-दूर तक करना असंभव है.